काशी-तमिल संगम में पहुंचना हुआ आसान: इन शहरों से शुरू हुई विशेष ट्रेनें, मिलेंगी ये सुविधाएं
काशी तमिल संगम 4.0 में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारी की है। ये सभी ट्रेनें तमिलनाडु के कन्याकुमारी, चेन्नई, कोयंबटूर जैसे प्रमुख शहरों से बनारस के लिए चलाई जाएगी।
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काशी और तमिलनाडु के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव को और गहरा बनाने के लिए भारतीय रेलवे ने इस बार खास इंतजाम किए हैं। काशी तमिल संगम 4.0 में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारी की है। ये सभी ट्रेनें तमिलनाडु के कन्याकुमारी, चेन्नई, कोयंबटूर जैसे प्रमुख शहरों से बनारस के लिए चलाई जाएगी। इन विशेष ट्रेनों का मक़सद यात्रियों को सुविधाजनक, आरामदायक और समय पर यात्रा का अनुभव देना है, ताकि वे काशी तमिल संगम जैसे बहु-दिवसीय सांस्कृतिक आयोजन में बिना किसी बाधा के शामिल हो सकें। रेलवे का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें और दोनों क्षेत्रों की सांस्कृतिक विरासत को करीब से महसूस कर सकें।
दरअसल, काशी में होने वाले काशी तमिल संगम तमिलनाडु और काशी के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को नई गहराई देता रहा है। इस बार भारतीय रेलवे की पहल इस जुड़ाव को और मजबूत बनाने का बड़ा अवसर लेकर आई है। आयोजन की व्यवस्था और यात्रा प्रबंधन के दृष्टिकोण से रेलवे की यह तैयारी एक बेहद सुनियोजित और प्रभावी कदम माना जा रहा है, जो बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और प्रतिभागियों की भागीदारी को सहज बनाएगा। रेलवे का कहना है कि, ये स्पेशल ट्रेनें न केवल तमिलनाडु और काशी के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को और सशक्त बनाती हैं। बल्कि लंबी दूरी की यात्रा को भी सरल और आरामदायक बनाती हैं। बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं, कलाकारों, छात्रों और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों को ध्यान में रखते हुए इन ट्रेनों में यात्रियों की सुविधा से जुड़े सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं, ताकि उनकी यात्रा पूरी तरह सुगम रहे।
भारतीय रेलवे द्वारा जारी शेड्यूल के अनुसार पहली विशेष ट्रेन 29 नवंबर 2025 को कन्याकुमारी से बनारस के लिए रवाना हो चुकी है। इसके बाद आज चेन्नई से दूसरी स्पेशल ट्रेन ने भी अपनी यात्रा शुरू की। आने वाले दिनों में बाकी निर्धारित विशेष ट्रेनें भी क्रमवार काशी के लिए प्रस्थान करेंगी, ताकि अधिक से अधिक यात्री इस सांस्कृतिक संगम में शामिल हो सकें। इसके अलावा एक ट्रेन 3 दिसंबर को कोयंबटूर से, 6 दिसंबर को चेन्नई से, 7 दिसंबर को कन्याकुमारी से, 9 दिसंबर को कोयंबटूर से और 12 दिसंबर 2025 को फिर से चेन्नई से ट्रेन बनारस के लिए चलाई जाएंगी। कुल सात स्पेशल ट्रेन तमिलनाडु से बनारस पहुंचेगी, जिसमें हजारों लोग काशी तमिल संगम में शामिल होने के लिए यात्रा करेंगे।
दो संस्कृतियों का समागम! 🤝 ✨
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) December 2, 2025
काशी तमिल संगमम् 4.0 के तहत तमिलनाडु से आए अतिथियों का उत्तर प्रदेश के बनारस रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत हुआ। #KashiTamilSangamam pic.twitter.com/VplTpTmvSn
काशी तमिल संगम का आगाज हो गया है। इस बार का मुख्य थीम चलो तमिल सीखें तमिल कर्कलाम रखा गया है। यह थीम तमिल और काशी के बीच भाषा और संस्कृति के स्तर पर गहरा संवाद स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके तहत वाराणसी के स्कूलों में तमिल सिखाया जाएगा। जबकि काशी क्षेत्र के छात्रों को तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों का भी भ्रमण करवाया जाएगा। काशी तमिल संगम 4.0 को शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। आईआईटी मद्रास और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय इस कार्यक्रम के मुख्य ज्ञान सहयोगी हैं। इस आयोजन में 10 मंत्रालय शामिल हैं, जिनमें रेलवे का योगदान सबसे प्रमुख है।