डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Thu, 18 Oct 2018 12:19 AM IST
केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं श्रद्धालुओं और महिला पत्रकारों पर हुए हमले को राष्ट्रीय महिला आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने भीड़ के हमले की कड़ी निंदा करते हुए केरल के पुलिस महानिदेशक से कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही, पुलिस से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध करने को कहा है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने केरल के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश कर रही महिला श्रद्धालुओं और कवरेज के लिए पहुंची महिला पत्रकारों पर भीड़ के हमलों पर स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने राज्य के पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहेरा को लिखे पत्र में इन हमलों पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। पत्र में लिखा है कि पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि मंदिर जाने वाली महिला श्रद्धालुओं और महिलाओं पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
अपने पत्र में राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिखा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हम पुलिस से यह भी कहना चाहते हैं कि अपने हाथ में कानून लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और पुलिस ईमेल के जरिए विस्तृत कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग के पास जल्द से जल्द भेजी जाए। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों ने 4 महिला पत्रकारों पर हमला किया है।
प्रवेश का विरोध कर रहे अभी तक करीब 30 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस के कड़े बंदोबस्त के बावजूद प्रदर्शनकारी जगह-जगह महिलाओं को रोक रहे हैं। महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे लोग श्रद्धालुओं की गाड़ियों की जांच कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर के अपने फैसले में सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी थी।
केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं श्रद्धालुओं और महिला पत्रकारों पर हुए हमले को राष्ट्रीय महिला आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने भीड़ के हमले की कड़ी निंदा करते हुए केरल के पुलिस महानिदेशक से कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही, पुलिस से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंध करने को कहा है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने केरल के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश कर रही महिला श्रद्धालुओं और कवरेज के लिए पहुंची महिला पत्रकारों पर भीड़ के हमलों पर स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग ने राज्य के पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहेरा को लिखे पत्र में इन हमलों पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। पत्र में लिखा है कि पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि मंदिर जाने वाली महिला श्रद्धालुओं और महिलाओं पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
अपने पत्र में राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिखा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हम पुलिस से यह भी कहना चाहते हैं कि अपने हाथ में कानून लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और पुलिस ईमेल के जरिए विस्तृत कार्रवाई की रिपोर्ट आयोग के पास जल्द से जल्द भेजी जाए। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों ने 4 महिला पत्रकारों पर हमला किया है।
प्रवेश का विरोध कर रहे अभी तक करीब 30 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस के कड़े बंदोबस्त के बावजूद प्रदर्शनकारी जगह-जगह महिलाओं को रोक रहे हैं। महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे लोग श्रद्धालुओं की गाड़ियों की जांच कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर के अपने फैसले में सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी थी।