वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने मंगलवार को कहा कि कोयंबटूर में भारतीय वायुसेना प्रशिक्षण अकादमी में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला वायुसेना अधिकारी का टू-फिंगर टेस्ट नहीं किया गया था। एक संवाददाता सम्मेलन में भारतीय वायुसेना प्रमुख ने महिला के टू-फिंगर टेस्ट के दावे का खंडन किया और कहा कि कथित बलात्कार के मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले पर एक सवाल के जवाब में एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि टू-फिंगर परीक्षण नहीं किया गया। तमिलनाडु पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच किए जाने के कुछ दिनों बाद एक स्थानीय अदालत ने भारतीय वायुसेना को मामले की गहन जांच करने की अनुमति दी है।
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हम जांच रिपोर्ट के आधार पर मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे। कोयंबटूर में भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी पर 10 सितंबर को एक महिला सहकर्मी के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था।
28 वर्षीय महिला वायु सेना अधिकारी ने भारतीय वायुसेना के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला अधिकारी कहना है कि उन्हें प्रतिबंधित उंगली परीक्षण कराने और आरोपी फ्लाइट लेफ्टिनेंट के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर किया गया।
विस्तार
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने मंगलवार को कहा कि कोयंबटूर में भारतीय वायुसेना प्रशिक्षण अकादमी में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला वायुसेना अधिकारी का टू-फिंगर टेस्ट नहीं किया गया था। एक संवाददाता सम्मेलन में भारतीय वायुसेना प्रमुख ने महिला के टू-फिंगर टेस्ट के दावे का खंडन किया और कहा कि कथित बलात्कार के मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले पर एक सवाल के जवाब में एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि टू-फिंगर परीक्षण नहीं किया गया। तमिलनाडु पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच किए जाने के कुछ दिनों बाद एक स्थानीय अदालत ने भारतीय वायुसेना को मामले की गहन जांच करने की अनुमति दी है।
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हम जांच रिपोर्ट के आधार पर मामले में अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे। कोयंबटूर में भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी पर 10 सितंबर को एक महिला सहकर्मी के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था।
28 वर्षीय महिला वायु सेना अधिकारी ने भारतीय वायुसेना के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला अधिकारी कहना है कि उन्हें प्रतिबंधित उंगली परीक्षण कराने और आरोपी फ्लाइट लेफ्टिनेंट के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए मजबूर किया गया।