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Odisha: मशहूर डॉक्टर के लक्ष्मी ने एम्स को दान दी जीवनभर की कमाई, महिलाओं के कैंसर इलाज में होगा इस्तेमाल
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भुवनेश्वर
Published by: नितिन गौतम
Updated Tue, 02 Dec 2025 11:07 AM IST
सार
एम्स भुवनेश्वर में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर डॉ. सौभाग्य कुमार जेना ने शुक्रवार को चेक मिलने के बाद डॉ. के लक्ष्मी को दिए गए एक तारीफ पत्र में कहा, 'हम इस नेक काम के लिए डॉ. लक्ष्मी बाई के इस अच्छे काम की तारीफ करते हैं।'
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एम्स भुवनेश्वर
- फोटो : इंस्टाग्राम/एम्स भुवनेश्वर
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विस्तार
अपना 100वां जन्मदिन मनाने से कुछ दिन पहले ही ओडिशा की मशहूर डॉक्टर के लक्ष्मी बाई ने अपनी जीवन भर की कमाई एम्स भुवनेश्वर को दान कर दी है। डॉ. लक्ष्मी ने एम्स भुवनेश्वर को 3.4 करोड़ रुपये दान किए और इस रकम का इस्तेमाल महिलाओं को कैंसर की बीमारी से बचाने के लिए किया जाएगा। डॉ. के लक्ष्मी आगामी 5 दिसंबर को 100 साल की हो जाएंगी।
डॉ. लक्ष्मी बोलीं- दान की रकम का इस्तेमाल गरीब महिलाओं के इलाज में किया जाएगा
डॉ. के लक्ष्मी बरहामपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज की पूर्व प्रोफेसर रही है और साल 1986 में रिटायर हो गईं थीं। डॉ. लक्ष्मी गायनेकोलॉजिस्ट विशेषज्ञ रहीं और उन्होंने प्रैक्टिस के दौरान कैंसर की दवाइयों की कमी के चलते कई महिलाओं को मरते देखा। अब अपनी जीवन भर की बचत को दान करते हुए डॉ. लक्ष्मी ने कहा कि 'मुझे उम्मीद है कि उनके द्वारा दान की गई रकम का इस्तेमाल गरीब और बेसहारा महिलाओं के इलाज में इस्तेमाल की जाएगी।'
एम्स भुवनेश्वर में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर डॉ. सौभाग्य कुमार जेना ने शुक्रवार को चेक मिलने के बाद डॉ. के लक्ष्मी को दिए गए एक तारीफ पत्र में कहा, 'हम इस नेक काम के लिए डॉ. लक्ष्मी बाई के इस अच्छे काम की तारीफ करते हैं।' बरहामपुर ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी सोसाइटी की सचिव इंदिरा पाल ने कहा, 'उन्होंने किशोर लड़कियों में कैंसर वैक्सीनेशन का भी सुझाव दिया है।'
ये भी पढ़ें- Karnataka: चार दिन में दूसरी बार सिद्धारमैया से नाश्ते की मेज पर मिले शिवकुमार, बोले- सुशासन के लिए समर्पित
जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होंगे एम्स के कई डॉक्टर
AIIMS के डॉक्टर, डॉक्टर के लक्ष्मी बाई के जन्मदिन के मौके पर उनके कुछ पुराने छात्रों द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। एक डॉक्टर पी भारती ने कहा कि एम्स के डॉक्टर दान की गई रकम के इस्तेमाल के लिए अपनी योजना के बारे में बताएंगे। 5 दिसंबर, 1926 को जन्मी डॉ. बाई ने 1945 में SCB मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कटक के पहले एमबीबीएस बैच में एडमिशन लेकर अपनी मेडिकल यात्रा शुरू की। उन्होंने 1958 में मद्रास मेडिकल कॉलेज से ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी में MD किया। वह विधवा हैं और उनके कोई बच्चे नहीं हैं।
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डॉ. लक्ष्मी बोलीं- दान की रकम का इस्तेमाल गरीब महिलाओं के इलाज में किया जाएगा
डॉ. के लक्ष्मी बरहामपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज की पूर्व प्रोफेसर रही है और साल 1986 में रिटायर हो गईं थीं। डॉ. लक्ष्मी गायनेकोलॉजिस्ट विशेषज्ञ रहीं और उन्होंने प्रैक्टिस के दौरान कैंसर की दवाइयों की कमी के चलते कई महिलाओं को मरते देखा। अब अपनी जीवन भर की बचत को दान करते हुए डॉ. लक्ष्मी ने कहा कि 'मुझे उम्मीद है कि उनके द्वारा दान की गई रकम का इस्तेमाल गरीब और बेसहारा महिलाओं के इलाज में इस्तेमाल की जाएगी।'
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एम्स भुवनेश्वर में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर डॉ. सौभाग्य कुमार जेना ने शुक्रवार को चेक मिलने के बाद डॉ. के लक्ष्मी को दिए गए एक तारीफ पत्र में कहा, 'हम इस नेक काम के लिए डॉ. लक्ष्मी बाई के इस अच्छे काम की तारीफ करते हैं।' बरहामपुर ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी सोसाइटी की सचिव इंदिरा पाल ने कहा, 'उन्होंने किशोर लड़कियों में कैंसर वैक्सीनेशन का भी सुझाव दिया है।'
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जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होंगे एम्स के कई डॉक्टर
AIIMS के डॉक्टर, डॉक्टर के लक्ष्मी बाई के जन्मदिन के मौके पर उनके कुछ पुराने छात्रों द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। एक डॉक्टर पी भारती ने कहा कि एम्स के डॉक्टर दान की गई रकम के इस्तेमाल के लिए अपनी योजना के बारे में बताएंगे। 5 दिसंबर, 1926 को जन्मी डॉ. बाई ने 1945 में SCB मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कटक के पहले एमबीबीएस बैच में एडमिशन लेकर अपनी मेडिकल यात्रा शुरू की। उन्होंने 1958 में मद्रास मेडिकल कॉलेज से ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी में MD किया। वह विधवा हैं और उनके कोई बच्चे नहीं हैं।
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