बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर अपनी मृतक मां के कफन के साथ एक मासूम बच्चे का वीडियो वायरल हुआ था। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि ऐसी घटना पर हमें अपना सिर शर्म से झुका लेना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि क्या प्रवासी हमारी जिम्मेदारी नहीं हैं? जब आप एक बच्चे को उसकी मृत प्रवासी मां को जगाने की कोशिश करते हुए देखते हैं। भूख और प्यास के कारण मां ने अपने बच्चे को खो दिया। ऐसी घटना पर हमारा सिर शर्म से झुक जाना चाहिए।
दिल दहला देने वाला वीडियो बुधवार को राजद नेता तेजस्वी यादव के सहयोगी संजय यादव ने ट्वीट किया। इस क्लिप में देखा जा सकता है कि महिला जमीन पर पड़ी हुई है और उसे एक कपड़े से ढंका गया है। बच्चा मृत मां को जगाने की नाकाम कोशिश कर रहा है।
संजय यादव ने ट्वीट करके लिखा, 'छोटे बच्चों को नहीं मालूम कि जिस चादर के साथ वह खेल रहा है वह हमेशा के लिए मौत में गहरी नींद सो चुकी उसकी मां का कफन है। चार दिन तक ट्रेन में भूखे प्यासे रहने के कारण इस मां की मौत हो गई. ट्रेनों में हुई इन मौतों का जिम्मेदार कौन है?'
रेलवे ने कहा है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन सूरत (गुजरात) से पूर्णिया (बिहार) जा रही थी। मानसी स्टेशन (बिहार के खगड़िया जिले में) सुबह 9:17 बजे प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर पहुंची जहां कुछ लोगों को महिला के शव को उतारते हुए देखा गया।
मृत महिला के बहनोई द्वारा रेलवे पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार रेलवे ने कहा कि महिला दिल की बीमारी से पीड़ित थी और कुछ दिन पहले ही उसकी सर्जरी हुई थी। 24 मई को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद उसने यात्रा शुरू की।
मुजफ्फरपुर के रेलवे पुलिस के उप-एसपी रमाकांत उपाध्याय ने कहा कि घटना 25 मई की है। कटिहार जिले की रहने वाली मृतक महिला अहमदाबाद से श्रमिक एक्सप्रेस में अपने बहन और जीजा के साथ मुजफ्फरपुर पहुंची थी। हालांकि रास्ते में महिला की मौत हो गई थी। देश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चलते देश के विभिन्न हिस्से से प्रवासी मजदूर वापस अपने घर लौट रहे हैं।
बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर अपनी मृतक मां के कफन के साथ एक मासूम बच्चे का वीडियो वायरल हुआ था। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि ऐसी घटना पर हमें अपना सिर शर्म से झुका लेना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि क्या प्रवासी हमारी जिम्मेदारी नहीं हैं? जब आप एक बच्चे को उसकी मृत प्रवासी मां को जगाने की कोशिश करते हुए देखते हैं। भूख और प्यास के कारण मां ने अपने बच्चे को खो दिया। ऐसी घटना पर हमारा सिर शर्म से झुक जाना चाहिए।
दिल दहला देने वाला वीडियो बुधवार को राजद नेता तेजस्वी यादव के सहयोगी संजय यादव ने ट्वीट किया। इस क्लिप में देखा जा सकता है कि महिला जमीन पर पड़ी हुई है और उसे एक कपड़े से ढंका गया है। बच्चा मृत मां को जगाने की नाकाम कोशिश कर रहा है।
संजय यादव ने ट्वीट करके लिखा, 'छोटे बच्चों को नहीं मालूम कि जिस चादर के साथ वह खेल रहा है वह हमेशा के लिए मौत में गहरी नींद सो चुकी उसकी मां का कफन है। चार दिन तक ट्रेन में भूखे प्यासे रहने के कारण इस मां की मौत हो गई. ट्रेनों में हुई इन मौतों का जिम्मेदार कौन है?'
रेलवे ने कहा है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन सूरत (गुजरात) से पूर्णिया (बिहार) जा रही थी। मानसी स्टेशन (बिहार के खगड़िया जिले में) सुबह 9:17 बजे प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर पहुंची जहां कुछ लोगों को महिला के शव को उतारते हुए देखा गया।
मृत महिला के बहनोई द्वारा रेलवे पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार रेलवे ने कहा कि महिला दिल की बीमारी से पीड़ित थी और कुछ दिन पहले ही उसकी सर्जरी हुई थी। 24 मई को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद उसने यात्रा शुरू की।
मुजफ्फरपुर के रेलवे पुलिस के उप-एसपी रमाकांत उपाध्याय ने कहा कि घटना 25 मई की है। कटिहार जिले की रहने वाली मृतक महिला अहमदाबाद से श्रमिक एक्सप्रेस में अपने बहन और जीजा के साथ मुजफ्फरपुर पहुंची थी। हालांकि रास्ते में महिला की मौत हो गई थी। देश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चलते देश के विभिन्न हिस्से से प्रवासी मजदूर वापस अपने घर लौट रहे हैं।