महाराष्ट्र विधानसभा में एआईएमआईएम के विधायक वारिस पठान का 'भारत माता की जय' न कहने पर हुए निलंबन को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सही ठहराया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि 'किसी को भारत माता की जय कहने में क्या समस्या है?'
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के साथ हुई बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा की तरफ से की गई कार्रवाई बिल्कुल सही है। उन्होंने साथ ही बीजेपी-आरएसएस और एआईएमआईएम पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ' पहले आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत एक बयान देते हुए कहते हैं कि पूरे भारत में रहने वाले हर व्यक्ति को भारत माता की जय कहना चाहिए। उसके तुरंत बाद सबसे पहले एआईएमआईएम के असदउद्दीन औवसी ने बयान देते हुए कहा कि 'वो भारत माता की जय नहीं बोलेंगे'। यह हमारे संविधान का भाग नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि औवेसी के इस बयान के बाद देश भर में होने वाली बहस का रुख ही बदल गया। एआईएएमआईएम के इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। देश में पहले ही आरएसएस ने सांप्रदायिक माहौल बना रखा है। ऐसा करके वो किसकी मदद कर रहे हैं? इस तरह के बयान जारी करके बीजेपी और आरएसएस की मदद की जा रही है।
जब उनसे पूछा गया कि आखिर इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी बीजेपी के साथ क्यों खड़ी हुई है। तो उन्होंने कहा कि यह कोई चिंता की बात नहीं है। देश में किसी को भी भारत माता की जय कहने पर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। पर उनकी पार्टी कट्टरवादी मुस्मिलों और कट्टरवादी हिंदुओं के सख्त खिलाफ है।
महाराष्ट्र विधानसभा में एआईएमआईएम के विधायक वारिस पठान का 'भारत माता की जय' न कहने पर हुए निलंबन को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सही ठहराया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि 'किसी को भारत माता की जय कहने में क्या समस्या है?'
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के साथ हुई बातचीत में दिग्विजय सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा की तरफ से की गई कार्रवाई बिल्कुल सही है। उन्होंने साथ ही बीजेपी-आरएसएस और एआईएमआईएम पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ' पहले आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत एक बयान देते हुए कहते हैं कि पूरे भारत में रहने वाले हर व्यक्ति को भारत माता की जय कहना चाहिए। उसके तुरंत बाद सबसे पहले एआईएमआईएम के असदउद्दीन औवसी ने बयान देते हुए कहा कि 'वो भारत माता की जय नहीं बोलेंगे'। यह हमारे संविधान का भाग नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि औवेसी के इस बयान के बाद देश भर में होने वाली बहस का रुख ही बदल गया। एआईएएमआईएम के इस मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। देश में पहले ही आरएसएस ने सांप्रदायिक माहौल बना रखा है। ऐसा करके वो किसकी मदद कर रहे हैं? इस तरह के बयान जारी करके बीजेपी और आरएसएस की मदद की जा रही है।
जब उनसे पूछा गया कि आखिर इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी बीजेपी के साथ क्यों खड़ी हुई है। तो उन्होंने कहा कि यह कोई चिंता की बात नहीं है। देश में किसी को भी भारत माता की जय कहने पर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। पर उनकी पार्टी कट्टरवादी मुस्मिलों और कट्टरवादी हिंदुओं के सख्त खिलाफ है।