वायुसेना स्टेशन पर हुए ड्रोन हमलों के बाद प्रदेश की सुरक्षा पर गहरा मंथन हो रहा है। हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के बाद सुरक्षा और भी बड़ी चुनौती बन गई है। मंगलवार को डीजीपी दिलबाग सिंह और जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने गृह मंत्रालय की बैठक में हिस्सा लिया।
बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला मुुख्य रूप से शामिल हुए और आईबी चीफ अरविंद कुमार भी मौजूद रहे। बता दें कि एक दिन पहले ही वायुसेना स्टेशन पर हुए हमले की एफएसएल रिपोर्ट सामने आई। इसमें यह बताया गया कि हमले में आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया। साथ ही हमले में पाकिस्तान और आतंकी संगठन टीआरएफ व लश्कर का नाम सामने आया है।
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यह एक काफी बड़ी चुनौती मानी गई है। गृह सचिव ने सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने के संकेत दिए हैं। संभव है कि अगले कुछ दिनों में पुलिस की ओर से बड़ी कार्रवाई की जाए। आतंकियों के लिए काम करने वाले ओजी वर्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कोई विशेष कदम उठाया जा सकता है।
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वायुसेना स्टेशन पर हुए ड्रोन हमलों के बाद प्रदेश की सुरक्षा पर गहरा मंथन हो रहा है। हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के बाद सुरक्षा और भी बड़ी चुनौती बन गई है। मंगलवार को डीजीपी दिलबाग सिंह और जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने गृह मंत्रालय की बैठक में हिस्सा लिया।
बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला मुुख्य रूप से शामिल हुए और आईबी चीफ अरविंद कुमार भी मौजूद रहे। बता दें कि एक दिन पहले ही वायुसेना स्टेशन पर हुए हमले की एफएसएल रिपोर्ट सामने आई। इसमें यह बताया गया कि हमले में आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया। साथ ही हमले में पाकिस्तान और आतंकी संगठन टीआरएफ व लश्कर का नाम सामने आया है।
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यह एक काफी बड़ी चुनौती मानी गई है। गृह सचिव ने सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने के संकेत दिए हैं। संभव है कि अगले कुछ दिनों में पुलिस की ओर से बड़ी कार्रवाई की जाए। आतंकियों के लिए काम करने वाले ओजी वर्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कोई विशेष कदम उठाया जा सकता है।