आप अपनी कविता सिर्फ अमर उजाला एप के माध्यम से ही भेज सकते हैं

बेहतर अनुभव के लिए एप का उपयोग करें

विज्ञापन

कबीर के इन दोहों से समझें आचरण की महिमा

साहित्य
                
                                                                                 
                            बाना पहिरे सिंह का, चलै भेड़ की चाल।
                                                                                                

बोली बोले सियार की, कुत्ता खावै फाल ।।


भावार्थ:- सिंह की खाल में भेड़ की चाल चलने वाले और सियार की बोली बोलने वाले को कुत्ता जरूर फाड़ खायेगा।  आगे पढ़ें

एक वर्ष पहले

कमेंट

कमेंट X

😊अति सुंदर 😎बहुत खूब 👌अति उत्तम भाव 👍बहुत बढ़िया.. 🤩लाजवाब 🤩बेहतरीन 🙌क्या खूब कहा 😔बहुत मार्मिक 😀वाह! वाह! क्या बात है! 🤗शानदार 👌गजब 🙏छा गये आप 👏तालियां ✌शाबाश 😍जबरदस्त
विज्ञापन
X
बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now