श्रावस्ती के भिनगा कोतवाली के नौबस्ता गांव में एक व्यक्ति ने अपने नि:संतान दोस्त की मदद करने के लिए अपने भतीजे को ही उनके हवाले कर दिया। वहीं, बच्चा घर में न पाकर परेशान पिता ने भिनगा पुलिस की मदद मांगी।
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने मामले पर तत्काल कार्रवाई करते हुए दो टीमों का गठन किया और शनिवार रात बच्चे को खोज निकाला। पुलिस ने बच्चे के ताऊ और उसके दोस्त दंपति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
नौबस्ता निवासी रामनिवास व विजय कुमार दोनों सगे भाई हैं। इसमें विजय कुमार बड़ा है। विजय का विवाह नहीं हुआ। वह दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है। विजय पांच सितंबर को दिल्ली से अपने घर आया था।
सात सितंबर सुबह लगभग सात बजे अपने छोटे भाई रामनिवास के सात माह के पुत्र शुभम को उसकी पत्नी से घुमाने के बहाने ले गया और गायब हो गया। जिसकी सूचना रामनिवास ने भिनगा कोतवाली प्रभारी दद्दन सिंह को दी। दद्दन सिंह ने मामले की सूचना एसपी आशीष श्रीवास्तव को दी।
एसपी ने बच्चे को खोज निकालने के लिए सीओ डा. जंग बहादुर व अपर पुलिस अधीक्षक बीसी दुबे की अध्यक्षता में दो टीमों का गठन किया। इस टीम ने शनिवार देर रात को ही विजय कुमार को इकौना के शिवपुरा नारायनजोत गांव में पकड़ लिया।
पूछताछ में विजय कुमार ने बच्चे के अपने मित्र घनश्याम पुत्र गोलीराम व उसकी पत्नी सावित्री निवासी शिवपुरा नारायणजोत को देने की बात कही। पुलिस ने घनश्याम के घर पहुंचकर बच्चा बरामद कर लिया। पुलिस ने विजय कुमार, घनश्याम व सावित्री को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
श्रावस्ती के भिनगा कोतवाली के नौबस्ता गांव में एक व्यक्ति ने अपने नि:संतान दोस्त की मदद करने के लिए अपने भतीजे को ही उनके हवाले कर दिया। वहीं, बच्चा घर में न पाकर परेशान पिता ने भिनगा पुलिस की मदद मांगी।
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने मामले पर तत्काल कार्रवाई करते हुए दो टीमों का गठन किया और शनिवार रात बच्चे को खोज निकाला। पुलिस ने बच्चे के ताऊ और उसके दोस्त दंपति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
नौबस्ता निवासी रामनिवास व विजय कुमार दोनों सगे भाई हैं। इसमें विजय कुमार बड़ा है। विजय का विवाह नहीं हुआ। वह दिल्ली में रहकर मजदूरी करता है। विजय पांच सितंबर को दिल्ली से अपने घर आया था।
सात सितंबर सुबह लगभग सात बजे अपने छोटे भाई रामनिवास के सात माह के पुत्र शुभम को उसकी पत्नी से घुमाने के बहाने ले गया और गायब हो गया। जिसकी सूचना रामनिवास ने भिनगा कोतवाली प्रभारी दद्दन सिंह को दी। दद्दन सिंह ने मामले की सूचना एसपी आशीष श्रीवास्तव को दी।
एसपी ने बच्चे को खोज निकालने के लिए सीओ डा. जंग बहादुर व अपर पुलिस अधीक्षक बीसी दुबे की अध्यक्षता में दो टीमों का गठन किया। इस टीम ने शनिवार देर रात को ही विजय कुमार को इकौना के शिवपुरा नारायनजोत गांव में पकड़ लिया।
पूछताछ में विजय कुमार ने बच्चे के अपने मित्र घनश्याम पुत्र गोलीराम व उसकी पत्नी सावित्री निवासी शिवपुरा नारायणजोत को देने की बात कही। पुलिस ने घनश्याम के घर पहुंचकर बच्चा बरामद कर लिया। पुलिस ने विजय कुमार, घनश्याम व सावित्री को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।