समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एलान किया है कि सपा की सरकार बनी तो सभी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू की जाएगी। गन्ने का 15 दिन में भुगतान होगा। जरूरत पड़ी तो इसके लिए फार्मर्स रिवाल्विंग फंड (एफआरएफ) बनाया जाएगा। किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने लखीमपुर खीरी से आए किसानों के साथ अन्न संकल्प लिया। कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक भाजपा को हटाने के लिए अन्न संकल्प लें।
सोमवार को पार्टी कार्यालय में लखीमपुर खीरी की घटना में घायल होने वाले किसान नेता तेजिंदर सिंह बिर्क का परिचय कराते हुए बताया कि उन पर भी जीप चढ़ाई गई थी। जानकारी मिलते ही सपा नेताओं को भेजा। डॉक्टर से बात कर जरूरत पड़ने पर रेफर करने की मांग की। सभी के संयुक्त प्रयास से वे ठीक हो गए हैं। सपा अध्यक्ष ने किसानों के साथ गेहूंऔर चावल हाथ में लेकर किसान संकल्प की शुरुआत की। उन्होने कहा कि यह संकल्प किसानों के साथ अत्याचार करने वालों को सत्ता से बेदखल कनरे के लिए है। सपा हमेशा किसानों के हितों की रक्षा के लिए तत्पर रही है।
आरोप लगाया कि भाजपा ने आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन किसानों पर जीप चढ़ाने कर जान लेने क काम किया है। इस घटना में जिन किसानों की जान गई है, सपा की सरकार बनने पर उनके परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। किसान आंदोलन के समय दर्ज हुए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। इसी तरह 300 यूनिट बिजली और सिंचाई मुफ्त की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने जानवरों की रखवाली में करोड़ों रुपया खर्च किया, लेकिन इससे किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ। जानवर किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने दो दिन सभी विधायकों को जगाया और रातदिन सदन चलाया। इसमें भी किसानों के लिए कुछ नहीं किया।
राधा मोहन के लिए खुला है विकल्प
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपाइयों के लिए सपा के दरवाजे बंद हो चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने राधा मोहन दास अग्रवाल चुनाव लड़ना चाहेंगे तो तत्काल टिकट देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राधा मोहन का लगातार अपमान किया है। अब उनका टिकट भी काट दिया। अपर्णा बिष्ट के सवाल पर कहा कि भाजपा को हमारे परिवार की ज्यादा चिंता है। यह खुशी की बात है। लखीमपुर खीरी से आए तेजिंदर बिग के चुनाव में उतरने के सवाल पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनका भी सम्मान किया जाएगा। हालांकि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर कोई जवाब नहीं दिया। खुद के चुनाव लड़ने के सवाल को भी वह टाल गए। कहा कि पार्टी आदेश देगी तभी चुनाव लड़ेंगे। सपा में टिकट को लेकर मची हायतौबा और सूची सार्वजनिक नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कहीं कोई विवाद नहीं है। जीताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जा रहा है।
चंद्रशेखर से बात बनने के संकेत
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चंद्रशेखर के सवाल पर कहा कि सपा के नेता लगातार त्याग कर रहे हैं। जो लोग भाजपा को हटाना चाहते हैं, उन्हें भी त्याग करना चाहिए। लोहियावादी और आंबेडकरवादियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। इतिहास गवाह है कि डा. राम मनोहर लोहिया और डा. आंबेडकर ने बदली परिस्थितियों में साथ-साथ काम करने का संकल्प लिया था। इसके तमाम दस्तावेज मौजूद है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भी इस दिशा में हाथ बढाया। बसपा संस्थापक कांशीराम को इटावा से सदन में भेजा गया। हम और हमारे नेता भी त्याग कर रहे हैं। चंद्रशेखर को दो सीटें दे दिया है। वह मान गए थे, लेकिन किसी का फोन आने के बाद इनकार कर दिया है। इसमें सपा का कोई दोष नहीं है।
चुनाव में हर स्तर पर सावधानी जरूरी
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से अपील की कि कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करें। प्रशासन को कोई मौका ना दें। उन्होंने सावधान करते हुए कहा कि कन्नौज और नौगांव सादात के चुनाव में पुलिस ने मनमानी की थी। कोविड के नाम पर एंबुलेंस खड़ी कर दी गई। लोगों को डराया गया। एक प्रयास फिर किया जा सकता है। इससे सावधान रहें। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा नेता आचार संहिता का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं। इसकी चुनाव आयोग से लिखित शिकायत करेंगे। सपा कार्यालय और उसके आसपास पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। कोई यहां आ जा नहीं सकता है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के लोग चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
हर नदी की होगी सफाई
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रिवर फ्रंट की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार बनने पर गोमती, गंगा ही नहीं सभी नदियों की सफाई कराई जाएगी। क्योंकि शहरों को नहीं हटाया जाता है। ज्यादातर शहर नदियों के किनारे बसे हैँ। ऐसे में नदियों को पुनर्जीवित और स्वच्छ किया जाएगा। भाजपा ने गंगा और यमुना की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपया खर्च किए। लेकिन हुआ कुछ नहीं।
विस्तार
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एलान किया है कि सपा की सरकार बनी तो सभी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू की जाएगी। गन्ने का 15 दिन में भुगतान होगा। जरूरत पड़ी तो इसके लिए फार्मर्स रिवाल्विंग फंड (एफआरएफ) बनाया जाएगा। किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने लखीमपुर खीरी से आए किसानों के साथ अन्न संकल्प लिया। कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक भाजपा को हटाने के लिए अन्न संकल्प लें।
सोमवार को पार्टी कार्यालय में लखीमपुर खीरी की घटना में घायल होने वाले किसान नेता तेजिंदर सिंह बिर्क का परिचय कराते हुए बताया कि उन पर भी जीप चढ़ाई गई थी। जानकारी मिलते ही सपा नेताओं को भेजा। डॉक्टर से बात कर जरूरत पड़ने पर रेफर करने की मांग की। सभी के संयुक्त प्रयास से वे ठीक हो गए हैं। सपा अध्यक्ष ने किसानों के साथ गेहूंऔर चावल हाथ में लेकर किसान संकल्प की शुरुआत की। उन्होने कहा कि यह संकल्प किसानों के साथ अत्याचार करने वालों को सत्ता से बेदखल कनरे के लिए है। सपा हमेशा किसानों के हितों की रक्षा के लिए तत्पर रही है।
आरोप लगाया कि भाजपा ने आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन किसानों पर जीप चढ़ाने कर जान लेने क काम किया है। इस घटना में जिन किसानों की जान गई है, सपा की सरकार बनने पर उनके परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा। किसान आंदोलन के समय दर्ज हुए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। इसी तरह 300 यूनिट बिजली और सिंचाई मुफ्त की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने जानवरों की रखवाली में करोड़ों रुपया खर्च किया, लेकिन इससे किसानों को कोई फायदा नहीं हुआ। जानवर किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने दो दिन सभी विधायकों को जगाया और रातदिन सदन चलाया। इसमें भी किसानों के लिए कुछ नहीं किया।
राधा मोहन के लिए खुला है विकल्प
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपाइयों के लिए सपा के दरवाजे बंद हो चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने राधा मोहन दास अग्रवाल चुनाव लड़ना चाहेंगे तो तत्काल टिकट देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राधा मोहन का लगातार अपमान किया है। अब उनका टिकट भी काट दिया। अपर्णा बिष्ट के सवाल पर कहा कि भाजपा को हमारे परिवार की ज्यादा चिंता है। यह खुशी की बात है। लखीमपुर खीरी से आए तेजिंदर बिग के चुनाव में उतरने के सवाल पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनका भी सम्मान किया जाएगा। हालांकि वह चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर कोई जवाब नहीं दिया। खुद के चुनाव लड़ने के सवाल को भी वह टाल गए। कहा कि पार्टी आदेश देगी तभी चुनाव लड़ेंगे। सपा में टिकट को लेकर मची हायतौबा और सूची सार्वजनिक नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कहीं कोई विवाद नहीं है। जीताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जा रहा है।
चंद्रशेखर से बात बनने के संकेत
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चंद्रशेखर के सवाल पर कहा कि सपा के नेता लगातार त्याग कर रहे हैं। जो लोग भाजपा को हटाना चाहते हैं, उन्हें भी त्याग करना चाहिए। लोहियावादी और आंबेडकरवादियों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। इतिहास गवाह है कि डा. राम मनोहर लोहिया और डा. आंबेडकर ने बदली परिस्थितियों में साथ-साथ काम करने का संकल्प लिया था। इसके तमाम दस्तावेज मौजूद है। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भी इस दिशा में हाथ बढाया। बसपा संस्थापक कांशीराम को इटावा से सदन में भेजा गया। हम और हमारे नेता भी त्याग कर रहे हैं। चंद्रशेखर को दो सीटें दे दिया है। वह मान गए थे, लेकिन किसी का फोन आने के बाद इनकार कर दिया है। इसमें सपा का कोई दोष नहीं है।
चुनाव में हर स्तर पर सावधानी जरूरी
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से अपील की कि कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करें। प्रशासन को कोई मौका ना दें। उन्होंने सावधान करते हुए कहा कि कन्नौज और नौगांव सादात के चुनाव में पुलिस ने मनमानी की थी। कोविड के नाम पर एंबुलेंस खड़ी कर दी गई। लोगों को डराया गया। एक प्रयास फिर किया जा सकता है। इससे सावधान रहें। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा नेता आचार संहिता का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं। इसकी चुनाव आयोग से लिखित शिकायत करेंगे। सपा कार्यालय और उसके आसपास पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। कोई यहां आ जा नहीं सकता है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के लोग चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
हर नदी की होगी सफाई
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रिवर फ्रंट की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार बनने पर गोमती, गंगा ही नहीं सभी नदियों की सफाई कराई जाएगी। क्योंकि शहरों को नहीं हटाया जाता है। ज्यादातर शहर नदियों के किनारे बसे हैँ। ऐसे में नदियों को पुनर्जीवित और स्वच्छ किया जाएगा। भाजपा ने गंगा और यमुना की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपया खर्च किए। लेकिन हुआ कुछ नहीं।