चंदौली के मुगलसराय कोतवाली की वसूली की जो लिस्ट वायरल हुई थी, वह विजिलेंस जांच में सही पाई गई है। विजिलेंस ने जांच रिपोर्ट डीजीपी मुख्यालय को सौंप दी है। विजिलेंस ने सीधे तौर पर दोषी पाए गए पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। इस मामले में चंदौली के कप्तान पर भी कार्रवाई हो सकती है।
अवैध वसूली की वायरल लिस्ट की शिकायत करने वाले आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने बताया कि विजिलेंस के संयुक्त निदेशक एलआर कुमार की जांच में पूर्व इंस्पेक्टर मुगलसराय शिवानंद मिश्र, उनका स्टाफ और तीन-चार अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अवैध वसूली की पुष्टि हुई है।
हालांकि अवैध वसूली से प्राप्त वास्तविक राशि का आकलन नहीं हो पाया है। जांच में यह बात भी सामने आई कि मुख्य आरक्षी अनिल सिंह ने छह महीने पहले एसपी चंदौली को अवैध वसूली की लिस्ट मुहैया कराई थी, लेकिन एसपी ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके मद्देनजर विजिलेंस ने जिले के एसपी हेमंत कुटियाल की भी जिम्मेदारी तय करने की सिफारिश की है। जानकारों का कहना है कि चंदौली के पुलिस कप्तान पर भी जल्द कार्रवाई हो सकती है।
चंदौली के मुगलसराय कोतवाली की वसूली की जो लिस्ट वायरल हुई थी, वह विजिलेंस जांच में सही पाई गई है। विजिलेंस ने जांच रिपोर्ट डीजीपी मुख्यालय को सौंप दी है। विजिलेंस ने सीधे तौर पर दोषी पाए गए पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। इस मामले में चंदौली के कप्तान पर भी कार्रवाई हो सकती है।
अवैध वसूली की वायरल लिस्ट की शिकायत करने वाले आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने बताया कि विजिलेंस के संयुक्त निदेशक एलआर कुमार की जांच में पूर्व इंस्पेक्टर मुगलसराय शिवानंद मिश्र, उनका स्टाफ और तीन-चार अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अवैध वसूली की पुष्टि हुई है।
हालांकि अवैध वसूली से प्राप्त वास्तविक राशि का आकलन नहीं हो पाया है। जांच में यह बात भी सामने आई कि मुख्य आरक्षी अनिल सिंह ने छह महीने पहले एसपी चंदौली को अवैध वसूली की लिस्ट मुहैया कराई थी, लेकिन एसपी ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके मद्देनजर विजिलेंस ने जिले के एसपी हेमंत कुटियाल की भी जिम्मेदारी तय करने की सिफारिश की है। जानकारों का कहना है कि चंदौली के पुलिस कप्तान पर भी जल्द कार्रवाई हो सकती है।