श्रावस्ती जिले के में वर्चस्व को लेकर कोटेदार व प्रधान बुधवार सुबह आपस में भिड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों ने लाठी व धारदार हथियार से एक-दूसरे पर वार किया जिसमें 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यही नहीं मारपीट के दौरान आगजनी भी हुई। जिसमें बारह घर जल कर राख हो गए। अग्निकांड के दौरान चार मवेशियों की झुलसने से मौत हो गई। वारदात में तीन साइकिल, घर में रखा अनाज व कपड़े भी जल गए।
भिनगा कोवाली क्षेत्र के हल्लाजोत गोड़पुरवा में काफी दिनों से वर्चस्व को लेकर कोटेदार व ग्राम प्रधान में तनातनी चल रही थी। बुधवार सुबह किसी बात को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के टकराव में जमकर खून-खराबा हुआ।
ग्रामीणों की माने तो पंचायत चुनाव जीतने के बाद जब से मोहम्मद चौधरी प्रधान बनें तभी से उनका तिलकराम यादव से विवाद चल रहा था। प्रधान की हमेशा से शिकायत रहती थी कि कोटेदार तिलकराम उनके लोगों को खाद्यान्न नहीं देता तो तिलकराम यादव का आरोप था कि प्रधान के लोग खाद्यान्न लेकर फर्जी शिकायत करते हैं। इस बार तिलकराम यादव भी पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। इसीलिए दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता जा रहा था।
बुधवार सुबह प्रधान मोहम्मद चौधरी अपने खेतों में काम कर रहा था तभी कोटेदार तिलकराम यादव ने अपने कुछ साथियों के साथ उस पर धावा बोल दिया था। प्रधान की खेत में पिटाई की सूचना पर गांव से कई महिलाएं व पुरुष उसके बचाव में आ गए। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इसमें प्रधान सहित शकीना, दुलारा, ननकू, वसीम, कलीम, धुनऊ, पप्पू व शहजाद गंभीर रूप से घायल हो गए।
मारपीट के दौरान किसी ने एक घर में आग लगा दी। देखते ही देखते 12 घर जल कर राख हो गए। इस दौरान घर में बंधे एक भैंस व तीन बकरियों की भी झुलसने से मौत हो गई। जबकि तीन साइकिल के साथ घर में रखा अनाज व अन्य सामान भी जल कर राख हो गया।
श्रावस्ती जिले के में वर्चस्व को लेकर कोटेदार व प्रधान बुधवार सुबह आपस में भिड़ गए। इस दौरान दोनों पक्षों ने लाठी व धारदार हथियार से एक-दूसरे पर वार किया जिसमें 11 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यही नहीं मारपीट के दौरान आगजनी भी हुई। जिसमें बारह घर जल कर राख हो गए। अग्निकांड के दौरान चार मवेशियों की झुलसने से मौत हो गई। वारदात में तीन साइकिल, घर में रखा अनाज व कपड़े भी जल गए।
भिनगा कोवाली क्षेत्र के हल्लाजोत गोड़पुरवा में काफी दिनों से वर्चस्व को लेकर कोटेदार व ग्राम प्रधान में तनातनी चल रही थी। बुधवार सुबह किसी बात को लेकर दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के टकराव में जमकर खून-खराबा हुआ।
ग्रामीणों की माने तो पंचायत चुनाव जीतने के बाद जब से मोहम्मद चौधरी प्रधान बनें तभी से उनका तिलकराम यादव से विवाद चल रहा था। प्रधान की हमेशा से शिकायत रहती थी कि कोटेदार तिलकराम उनके लोगों को खाद्यान्न नहीं देता तो तिलकराम यादव का आरोप था कि प्रधान के लोग खाद्यान्न लेकर फर्जी शिकायत करते हैं। इस बार तिलकराम यादव भी पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। इसीलिए दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता जा रहा था।
बुधवार सुबह प्रधान मोहम्मद चौधरी अपने खेतों में काम कर रहा था तभी कोटेदार तिलकराम यादव ने अपने कुछ साथियों के साथ उस पर धावा बोल दिया था। प्रधान की खेत में पिटाई की सूचना पर गांव से कई महिलाएं व पुरुष उसके बचाव में आ गए। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इसमें प्रधान सहित शकीना, दुलारा, ननकू, वसीम, कलीम, धुनऊ, पप्पू व शहजाद गंभीर रूप से घायल हो गए।