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Lucknow News: केजीएमयू ने बढ़ाया यौन उत्पीड़न प्रकरण में जांच का दायरा
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किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में विभागाध्यक्ष के यौन उत्पीड़न के मामले में जांच का दायरा बढ़ाया गया है। समिति यौन उत्पीड़न के आरोप के साथ ही अन्य तथ्यों पर भी गौर कर रही है।
केजीएमयू प्रशासन ने मामले की जांच विशाखा समिति को भेजी है। समिति यौन उत्पीड़न संबंधी आरोपों के साथ ही विभागाध्यक्ष से विभाग का प्रभार हटाने और क्रय समिति संबंधी विवादों को भी जांच में शामिल कर रही है। बताया जाता है कि 17 अक्तूबर, 2025 को वित्त अधिकारी के कार्यालय में क्रय समिति की बैठक हुई थी। इस बैठक में वर्तमान विभागाध्यक्ष और आरोपी संकाय सदस्य के बीच काफी बहस हुई थी। इसके बाद 23 अक्तूबर, 2025 को विभागाध्यक्ष ने संकाय सदस्य पर दुर्व्यवहार संबंधी आरोप लगाते हुए कुलपति के पास शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में यौन उत्पीड़न की बात नहीं कही गई। इसको देखते हुए कुलपति ने 12 नवंबर, 2025 को सभी विभागीय संकाय सदस्यों और वित्त के प्रतिनिधियों की एक बैठक बुलाई और खरीद प्रक्रिया की समीक्षा की। बताया जा रहा है कि इस बैठक में भी विभागाध्यक्ष ने संकाय सदस्य की ओर से यौन उत्पीड़न या दुर्व्यवहार के संबंध में कोई बयान नहीं दिया। इसके बाद 21 नवंबर को केजीएमयू को महिला आयोग से यौन उत्पीड़न की शिकायत के संबंध में पत्र प्राप्त हुआ। इसके बाद मामला विशाखा समिति को भेजा गया है।
कोट-
विशाखा समिति मामले के सभी बिंदुओं पर गौर कर रही है। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही होगी।
प्रो. केके सिंह, प्रवक्ता केजीएमयू
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केजीएमयू प्रशासन ने मामले की जांच विशाखा समिति को भेजी है। समिति यौन उत्पीड़न संबंधी आरोपों के साथ ही विभागाध्यक्ष से विभाग का प्रभार हटाने और क्रय समिति संबंधी विवादों को भी जांच में शामिल कर रही है। बताया जाता है कि 17 अक्तूबर, 2025 को वित्त अधिकारी के कार्यालय में क्रय समिति की बैठक हुई थी। इस बैठक में वर्तमान विभागाध्यक्ष और आरोपी संकाय सदस्य के बीच काफी बहस हुई थी। इसके बाद 23 अक्तूबर, 2025 को विभागाध्यक्ष ने संकाय सदस्य पर दुर्व्यवहार संबंधी आरोप लगाते हुए कुलपति के पास शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में यौन उत्पीड़न की बात नहीं कही गई। इसको देखते हुए कुलपति ने 12 नवंबर, 2025 को सभी विभागीय संकाय सदस्यों और वित्त के प्रतिनिधियों की एक बैठक बुलाई और खरीद प्रक्रिया की समीक्षा की। बताया जा रहा है कि इस बैठक में भी विभागाध्यक्ष ने संकाय सदस्य की ओर से यौन उत्पीड़न या दुर्व्यवहार के संबंध में कोई बयान नहीं दिया। इसके बाद 21 नवंबर को केजीएमयू को महिला आयोग से यौन उत्पीड़न की शिकायत के संबंध में पत्र प्राप्त हुआ। इसके बाद मामला विशाखा समिति को भेजा गया है।
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कोट-
विशाखा समिति मामले के सभी बिंदुओं पर गौर कर रही है। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही होगी।
प्रो. केके सिंह, प्रवक्ता केजीएमयू