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Lucknow: रिश्वत लेकर पास कराते थे ओवरलोड वाहन... प्रतिवाहन छह हजार था रेट, एसटीएफ ने किया भंडाफोड़

अमर उजाला नेटवर्क, लखनऊ Published by: ishwar ashish Updated Fri, 14 Nov 2025 09:44 AM IST
सार

गिरफ्तार किए गए दलाल अभिनव पांडेय ने खुलासा किया है कि परिवहन के अधिकारी व कर्मचारी प्रति वाहन छह हजार रुपये लेते थे। रुपये देने के बाद वाहन बड़े आराम से शहर की सीमा पार कर लेता था। ये खेल लंबे समय से चल रहा है।

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Lucknow: STF busted the racket of overloaded vehicles after taking bribes.
बृहस्पतिवार रात गुजरते ओवरलोडेड वाहन। - फोटो : amar ujala
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विस्तार
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एसटीएफ ने रिश्वतखोरी के जरिये ओवरलोड वाहनों को पास कराने के एक सिंडिकेट का खुलासा किया है। सिंडिकेट के दलाल सीतापुर के सिधौली निवासी अभिनव पांडेय व डंपर चालक कानपुर सजेती कुरिया गांव निवासी कपिल को मडियांव इलाके से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है।

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पूछताछ में दलाल अभिनव ने एक एआरटीओ, दो दीवान, एक पीटीओ और अपने अन्य सहयोगियों के नाम बताए हैं। मड़ियांव थाने में बुधवार को एआरटीओ सहित नौ लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और अन्य कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
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मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ में इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र कुमार राय ने मंगलवार को टीम के साथ भिठौली ओवरब्रिज के पास कार सवार अभिनव पांडेय को व डंपर चालक कपिल को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने बताया कि परिवहन के अधिकारी व कर्मचारी प्रति वाहन छह हजार रुपये लेते थे। रुपये देने के बाद वाहन बड़े आराम से शहर की सीमा पार कर लेता था। परिवहन विभाग के अधिकारियों से सेटिंग ये ओवरलोडेड वाहनों को पास कराने का काम लंबे समय से चल रहा है।

रिश्वत देने वालों की कहीं नहीं रोकी जाती थी गाड़ी
आरोपी अभिनव ने बताया कि वह प्रति ट्रक सात हजार रुपये वसूलता है और छह हजार रुपये परिवहन विभाग के लोगों को बतौर रिश्वत देता है। रुपयों के साथ गाड़ी का नंबर भी अधिकारियों को भेज दिया जाता है। इसके बाद उस ओवरलोडेड गाड़ी को बिना किसी रोक-टोक के ही पास कर दिया जाता है। रास्ते में उस गाड़ी को कोई भी नहीं रोकता।

आरोपियों के पास मिला ये सामान एसटीएफ की टीम ने पकड़े गए आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन, एक डायरी, दो रजिस्टर, एक पैनकार्ड, एक डीएल, एक आधार कार्ड, एक कार, एक डंपर, खनिज के दस्तावेज, कांटे की पर्ची और टैक्स इन्वॉयस बरामद किया है। एसीपी अलीगंज अरीब खान का कहना है कि एसटीएफ की तहरीर पर नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

एआरटीओ, दो दीवान और एक पीटीओ का नाम आया सामने

पकड़े गए आरोपी दलाल व डंपर चालक से पूछताछ में लखनऊ परिवहन विभाग में तैनात एआरटीओ राजू बंसल, दीवान अनुज, गिरिजेश, पीटीओ मनोज भारद्वाज, पूर्व आरटीओ का चालक विनोद यादव और दलाल के भाई रितेश कुमार व साथी सुनील सचान का नाम सामने आया है। इस आधार पर एसटीएफ के इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र कुमार राय की तहरीर पर सभी के खिलाफ मड़ियांव में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1998 की धारा 7, 12 सहित धोखाधड़ी, जालसाजी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

रायबरेली एआरटीओ समेत नौ की तलाश
रायबरेली/फतेहपुर। ओवरलोड वाहनों से अवैध वसूली के मामले में पकड़े गए दलाल मोहित सिंह और ट्रक चालक सुनील यादव को लखनऊ में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। रायबरेली व फतेहपुर की एआरटीओ पुष्पांजलि मित्रा समेत नौ आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। एसटीएफ ने मंगलवार रात रायबरेली के लालगंज निवासी मोहित सिंह, अयोध्या निवासी ट्रक चालक सुनील यादव, एआरटीओ प्रवर्तन फतेहपुर पुष्पांजलि मित्रा, उनके चालक सिकंदर, पीटीओ फतेहपुर अखिलेश तिवारी, उनके चालक अशोक तिवारी, एआरटीओ प्रवर्तन रायबरेली अंबुज, उनका दीवान नौशाद, पीटीओ रायबरेली रेहाना व दो अन्य पर लालगंज कोतवाली में केस दर्ज कराया था।

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