लखनऊ विश्वविद्यालय में सत्र 2019-20 के कंप्यूटर साइंस विभाग में पीएचडी प्रवेश का मामला एक बार फिर उलझता दिख रहा है। एक साल बाद जब हाल में किसी तरह इसके प्रवेश हुए तो अब विभाग द्वारा इनकी कोर्स वर्क की कक्षाएं नहीं संचालित की जा रही हैं। साथ ही हेड ने प्रवेश समन्वयक पर गलत तरीके से पीएचडी प्रवेश का आरोप लगाया है। जिस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन कर दिया है।
रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह की ओर से जारी आदेश के अनुसार कंप्यूटर साइंस विभाग की आख्या के अनुसार सत्र 2019-20 में पंजीकृत शोध विद्यार्थियों की कोर्स वर्क की कक्षाएं नहीं संचालित करने व हेड द्वारा समन्वयक पर गलत तरीके से पीएचडी में प्रवेश के मामले में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय द्वारा एक समिति का गठन किया गया है।
समिति में न्यायमूर्ति केडी सिंह, न्यायमूर्ति भगीरथ वर्मा, सेवानिवृत्त आईएएस प्रभात मित्तल शामिल हैं। समिति इस प्रकरण की जांचकर आख्या देगी।बता दें कि विभाग में इसे लेकर एक साल से ज्यादा समय से खींचतान जारी है। जिस पर विवि प्रशासन ने हाल में प्रवेश समन्वयक प्रो. पंकज माथुर की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन कर पिछले साल के प्रवेश सुनिश्चित कराए थे। जिसे लेकर अब हेड की ओर से आपत्ति दर्ज कराई गई है।
पीएचडी हिंदी की चयनित सूची जारी
लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने शनिवार को फुल टाइम पीएचडी की लिखित परीक्षा व इंटरव्यू के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है। प्रवेश समन्वयक प्रो. पंकज माथुर के अनुसार अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट के एडमिशन पेज पर जाकर 17 से 20 अक्तूबर तक अपनी फीस ऑनलाइन जमा कर दें। उन्होंने यह भी कहा है कि पीएचडी के सभी विषयों, जिनकी चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी की जा चुकी है वे भी 20 अक्तूबर तक फीस जमा कर सकते हैं।
शिया पीजी में एलएलबी प्रवेश शुरू
शिया पीजी कॉलेज में एलएलबी (ब्वॉयज व गर्ल्स) के नए सत्र में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसकी मेरिट सूची कॉलेज के एडमिशन पोर्टल पर उपलब्ध है। निदेशक प्रवेश समिति डॉ. मिर्जा मोहम्मद अबु तैय्यब ने बताया कि अभ्यर्थी प्रवेश शुल्क कॉलेज के एडमिशन पोर्टल पर जाकर जमा कर सकते हैं। शुल्क 18 से 23 अक्तूबर तक जमा किया जा सकता है। साथ ही वे सीट लॉक कर लें। काउंसिलिंग की प्रक्रिया लविवि से दिशा-निर्देश प्राप्त हो जाने के बाद घोषित की जाएगी।
विस्तार
लखनऊ विश्वविद्यालय में सत्र 2019-20 के कंप्यूटर साइंस विभाग में पीएचडी प्रवेश का मामला एक बार फिर उलझता दिख रहा है। एक साल बाद जब हाल में किसी तरह इसके प्रवेश हुए तो अब विभाग द्वारा इनकी कोर्स वर्क की कक्षाएं नहीं संचालित की जा रही हैं। साथ ही हेड ने प्रवेश समन्वयक पर गलत तरीके से पीएचडी प्रवेश का आरोप लगाया है। जिस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन कर दिया है।
रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह की ओर से जारी आदेश के अनुसार कंप्यूटर साइंस विभाग की आख्या के अनुसार सत्र 2019-20 में पंजीकृत शोध विद्यार्थियों की कोर्स वर्क की कक्षाएं नहीं संचालित करने व हेड द्वारा समन्वयक पर गलत तरीके से पीएचडी में प्रवेश के मामले में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय द्वारा एक समिति का गठन किया गया है।
समिति में न्यायमूर्ति केडी सिंह, न्यायमूर्ति भगीरथ वर्मा, सेवानिवृत्त आईएएस प्रभात मित्तल शामिल हैं। समिति इस प्रकरण की जांचकर आख्या देगी।बता दें कि विभाग में इसे लेकर एक साल से ज्यादा समय से खींचतान जारी है। जिस पर विवि प्रशासन ने हाल में प्रवेश समन्वयक प्रो. पंकज माथुर की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन कर पिछले साल के प्रवेश सुनिश्चित कराए थे। जिसे लेकर अब हेड की ओर से आपत्ति दर्ज कराई गई है।
पीएचडी हिंदी की चयनित सूची जारी
लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने शनिवार को फुल टाइम पीएचडी की लिखित परीक्षा व इंटरव्यू के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है। प्रवेश समन्वयक प्रो. पंकज माथुर के अनुसार अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट के एडमिशन पेज पर जाकर 17 से 20 अक्तूबर तक अपनी फीस ऑनलाइन जमा कर दें। उन्होंने यह भी कहा है कि पीएचडी के सभी विषयों, जिनकी चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी की जा चुकी है वे भी 20 अक्तूबर तक फीस जमा कर सकते हैं।
शिया पीजी में एलएलबी प्रवेश शुरू
शिया पीजी कॉलेज में एलएलबी (ब्वॉयज व गर्ल्स) के नए सत्र में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसकी मेरिट सूची कॉलेज के एडमिशन पोर्टल पर उपलब्ध है। निदेशक प्रवेश समिति डॉ. मिर्जा मोहम्मद अबु तैय्यब ने बताया कि अभ्यर्थी प्रवेश शुल्क कॉलेज के एडमिशन पोर्टल पर जाकर जमा कर सकते हैं। शुल्क 18 से 23 अक्तूबर तक जमा किया जा सकता है। साथ ही वे सीट लॉक कर लें। काउंसिलिंग की प्रक्रिया लविवि से दिशा-निर्देश प्राप्त हो जाने के बाद घोषित की जाएगी।