सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lucknow News ›   suna hai kya famous story of bag taulne wale sahab read insider whispers in govt departments

सुना है क्या: 'थैली तौलने वाले साहब' का चर्चित किस्सा, एक गुट करेगा साहब पर पलटवार; पढ़ें अंदरखाने की कानाफूसी

अमर उजाला ब्यूरो, लखनऊ Published by: भूपेन्द्र सिंह Updated Tue, 09 Dec 2025 10:08 AM IST
सार

यूपी के राजनीतिक गलियारे और प्रशासन में तमाम ऐसे किस्से हैं, जो हैं तो उनके अंदरखाने के... लेकिन, चाहे-अनचाहे बाहर आ ही जाते हैं। ऐसे किस्सों को आप अमर उजाला के "सुना है क्या" सीरीज में पढ़ सकते हैं। तो आइए पढ़ते हैं इस बार क्या है खास..

विज्ञापन
suna hai kya famous story of bag taulne wale sahab read insider whispers in govt departments
सुना है क्या/suna hai kya - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

यूपी के राजनीतिक गलियारे और प्रशासनिक गलियों में आज तीन किस्से काफी चर्चा में रहे। चाहे-अनचाहे आखिर ये बाहर आ ही जाते हैं। इन्हें रोकने की हर कोशिश नाकाम होती है। आज की कड़ी में विभाग से एक साहब की विदाई हुई तो एक गुट उन पर पलटवार की तैयारी में जुटा है। आखिर क्या है 'थैली तौलने वाले साहब' का किस्सा। साथ ही एक और कहानी जो यह बताएगी कि आखिर सिस्टम काम कैसे करता है? आगे पढ़ें, नई कानाफूसी... 

Trending Videos

अब पलटवार की तैयारी

सरकारी खजाने को भरने में अव्वल एक विभाग से साहब की विदाई क्या हुई, एक गुट पलटवार की तैयारी में जुट गया है। साहब के फैसलों से संकट में घिरे कुछ अफसरों की तो जैसे पौ बारह हो गई है। अपने खिलाफ किसी संभावित कार्रवाई से बचने के लिए पहले ही ऐसी फाइल मजबूत करने में जुटे हैं जो साहब को परेशानी में डाल सके। दिलचस्प यह है कि इसका पहले ही अहसास हो गया था कि साहब की विदाई जल्द होने जा रही है। इसीलिए इस गुट ने उनके खिलाफ सीट पर रहते अघोषित मोर्चा खोलने का एलान कर दिया था।

विज्ञापन
विज्ञापन

थैली तौलने वाले साहब

गाड़ी-घोड़ा से जुड़े विभाग में एक ऐसे व्यक्ति की तलाश थी, जिसे थैली तौलने की कला में महारत हासिल हो। इसके लिए कई लोगों ने दावेदारी पेश की, लेकिन सब नाकारा निकले। फिर दूसरे विभाग में कार्यरत कार्मिक को ज्यादा मानदेय देकर इस विभाग में बुलाया गया। अब वह पहले की तरह थैली तौलने की कला दिखा रहा है। उसकी इस कला को देखते हुए विभाग के पुराने दिग्गजों ने इस कर्मी का नाम थैली तौलने वाला साहब रख दिया है। अब देखना यह है कि यह साहब पहले की तरह यहां करिश्मा दिखा पाते हैं या नहीं।

साहब के अपने भी हो गए बेगाने

प्रदेश के पढ़ाई-लिखाई वाले विभाग के एक मुखिया आज-कल अपने ही विभाग में बेगाने हो गए हैं। हालांकि, इसका कारण भी वह खुद ही हैं। कुछ ज्यादा ही कड़वा बोलने वाले साहब एक समय विभाग के लोगों के लिए काफी सहयोगी माने जाते थे लेकिन जबसे वह विभाग के मुखिया की कुर्सी पर बैठे हैं, उनकी बोलचाल और कामकाज का तरीका बदल गया है। आए दिन वह किसी न किसी से कड़वा बोलते हैं। वह अपने खास लोगों को भी बेगाना बना चुके हैं। ऐसे में उनके लिए विभाग में हालात काफी दिक्कत भरे होने लगे हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed