सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lucknow News ›   Suna Hai Kya Recovery training in school interesting story of Coffee Cup and Yeh Rishta Kya Kehlata Hai

सुना है क्या: शिक्षालय में वसूली का प्रशिक्षण, पढ़ें 'कॉफी कप और ये रिश्ता क्या कहलाता है' का दिलचस्प किस्सा

अमर उजाला ब्यूरो, लखनऊ Published by: भूपेन्द्र सिंह Updated Tue, 02 Dec 2025 09:27 AM IST
सार

यूपी के राजनीतिक गलियारे और प्रशासन में तमाम ऐसे किस्से हैं जो हैं तो उनके अंदरखाने के... लेकिन, चाहे-अनचाहे बाहर आ ही जाते हैं। ऐसे किस्सों को आप अमर उजाला के "सुना है क्या" सीरीज में पढ़ सकते हैं। तो आइए पढ़ते हैं इस बार क्या है खास...

विज्ञापन
Suna Hai Kya Recovery training in school interesting story of Coffee Cup and Yeh Rishta Kya Kehlata Hai
सुना है क्या/suna hai kya - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

यूपी के राजनीतिक गलियारे और प्रशासनिक गलियों में आज तीन किस्से काफी चर्चा में रहे। चाहे-अनचाहे आखिर ये बाहर आ ही जाते हैं। इन्हें रोकने की हर कोशिश नाकाम होती है। आज की कड़ी में सेहत से जुड़े शिक्षालय में चल रहे गजब खेल का किस्सा है। साथ ही दो और कहानियां जो यह बताएंगी कि आखिर सिस्टम काम कैसे करता है? आगे पढ़ें, नई कानाफूसी... 

Trending Videos

वसूली का प्रशिक्षण देने वाली टीम

सेहत से जुड़े शिक्षालय में गजब का खेल चल रहा है। यहां एक टीम डॉक्टरी की पढ़ाई के बजाय वसूली का प्रशिक्षण दे रही है। यह टीम अपनी क्लास के लिए छात्र चिह्नित करती है। छात्र ने प्रशिक्षण लेने से मना किया या मनमाफिक नतीजे नहीं दिए तो उसकी खैर नहीं। उसकी क्लास ही नहीं लगाते बल्कि शिक्षालय से बाहर करने की कोशिश शुरू हो जाती है। खास यह है कि शिक्षालय मुखिया को सभी घटनाएं पता हैं। फिर भी वह चुप हैं। उनकी इस चुप्पी को मौन स्वीकृति बताया जा रहा है।

विज्ञापन
विज्ञापन

कॉफी का कप न हो गया...

प्रदेश की राजधानी से सटे औद्योगिक शहर में एक बड़ा जुटान हुआ। यहां कई पूर्व, वर्तमान और भावी कुलपतियों के साथ काफी शिक्षक भी जुटे। खुले आसमान के नीचे बढ़ती ठंड के बीच कॉफी के काउंटर पर लोग जुट गए थे। इससे कप आने में थोड़ा समय लग रहा था। इस बीच एक शिक्षक से रहा नहीं गया और उन्होंने बिना मौका गवाएं तंज कसा, कॉफी का कप न हो गया..... का कुलपति हो गया है। आ ही नहीं पा रहा है। इस पर वहां खड़े सभी ठहाका लगाकर हंस दिए। दरअसल, उनका यह दर्द अपने ही विश्वविद्यालय को लेकर था।

ये रिश्ता क्या कहलाता है

नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अफसर पहले कंबल ओढ़कर घी पीते रहे, अब किसी मंझे हुए कलाकार की तरह आरोपियों को दबोचने का स्वांग रच रहे हैं। मामले के प्रमुख किरदार बाहुबली का बगलगीर एक पूर्व खाकीवाला आरोपी तो खुलेआम घूम रहा है। सबसे बात भी हो रही है। केवल जांच अधिकारियों को ही उसका पता नहीं चल रहा। जहां उसके मिलने की उम्मीद नहीं, वहां जांच की खानापूर्ति हो रही है। हैरत की बात है कि उसे शरण देने वाले से पूछताछ की जहमत तक नहीं उठाई जा रही। लग रहा है, शरण और संरक्षण देने वालों के खिलाफ नए कानून में कोई धारा नहीं है।


आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी या समाचार हो तो 8859108085 पर व्हाट्सएप करें।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed