{"_id":"68a4a98990878d57fe0d6d89","slug":"mp-news-on-the-allegations-of-vote-theft-minister-sarang-said-congress-is-insulting-the-election-commission-2025-08-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"MP News: चुनाव आयोग का अपमान कर रही कांग्रेस, सारंग बोले- 27 सीटें घटा दें तो भी BJP को प्रदेश में बहुमत मिलता","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
MP News: चुनाव आयोग का अपमान कर रही कांग्रेस, सारंग बोले- 27 सीटें घटा दें तो भी BJP को प्रदेश में बहुमत मिलता
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: आनंद पवार
Updated Tue, 19 Aug 2025 10:21 PM IST
सार
भाजपा सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के 20 महीने बाद मतदाता सूची और चुनाव परिणाम पर सवाल उठाना कांग्रेस की बहानेबाजी और जनता को गुमराह करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को गड़बड़ी का शक था, तो उसे समय रहते निर्वाचन आयोग या अदालत में शिकायत करनी चाहिए थी।
विज्ञापन
मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस के आरोपों पर दिया जवाब
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
भाजपा सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के 20 महीने बाद कांग्रेस अचानक मतदाता सूची और चुनाव परिणामों पर सवाल खड़े कर रही है, जबकि कानून स्पष्ट कहता है कि चुनाव परिणाम पर आपत्ति 45 दिन के भीतर और मतदाता सूची पर सवाल नामांकन की अंतिम तिथि से 10 दिन पहले तक ही उठाए जा सकते हैं। सारंग ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उमंग सिंघार बिना किसी तथ्य और आंकड़ों के निराधार आरोप लगाकर देश और प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि मतदाता सूची में गड़बड़ी थी तो कांग्रेस ने समय रहते निर्वाचन आयोग या अदालत में आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराई? अब 625 दिन बाद उठाए जा रहे सवाल केवल बहानेबाजी और राजनीतिक नौटंकी है।
ये भी पढ़ें- BJP की राह पर कांग्रेस: 2028 की जंग के लिए क्षेत्रीय क्षत्रप उतारे,जीतू बोले- मैं अर्जुन,युधिष्ठिर कोई और होगा
सारंग ने कहा कि कांग्रेस जब-जब देश में सत्ता में रही, उसने संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया और जब वह विपक्ष में है, तो संवैधानिक संस्थाओं पर प्रश्नचिह्न लगाने का काम कर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी जिस वोट चोरी की बात कर रहे हैं, अगर इतिहास देखा जाए तो देश में पहली वोट चोरी का आरोप तो उनके पूर्वज पं. जवाहरलाल नेहरू पर है। प्रधानमंत्री के चुनाव में उन्हें सिर्फ एक वोट मिला था और उनसे ज्यादा वोट सरदार पटेल को मिले थे। इसके बावजूद पं. नेहरू देश के प्रधानमंत्री बन गए। संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर को किस तरह की हथकंडेबाजी से चुनाव हराने का षडयंत्र किया गया था, यह पूरा देश जानता है। उसके बाद भी कांग्रेस जब-जब चुनाव हारी है, वो कभी ईवीएम, कभी चुनाव आयोग और कभी मतदाता सूची में गड़बड़ी को दोष देती रही है। उन्होंने कहा कि जिस नेता के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी 90 चुनाव हारी हो, उसकी मानसिकता का अंदाज लगाया जा सकता है।
ये भी पढ़ें- MP: भोपाल में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर बनेगा, 371.95 करोड़ का निवेश, जानिए मोहन कैबिनेट के फैसले
मंत्री सारंग ने स्पष्ट किया कि प्रदेश की जनता ने भाजपा को 163 सीटों पर जनादेश दिया था और यदि कांग्रेस के बताए 27 सीटों को घटा भी दिया जाए, तो भी भाजपा को 136 सीटें मिलतीं, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों को लेकर न तो निर्वाचन आयोग में आपत्ति दर्ज कराई और न ही अदालत में तथ्य प्रस्तुत किए। अब चुनाव हारने के बाद ईवीएम और चुनाव आयोग को दोष देना जनता को गुमराह करने की साजिश है।
ये भी पढ़ें- MP News: CM ने लाडली बहना योजना में छूटी बहनों को जोड़ने के दिए संकेत, भाई दूज से हर माह 1500 रुपये मिलेंगे
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह रणनीति बिहार विधानसभा चुनाव में संभावित हार को देखते हुए फेस सेविंग की कोशिश है। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस न संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करती है और न ही लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन। झूठ और बहानेबाजी की राजनीति अब जनता के सामने पूरी तरह उजागर हो चुकी है।
Trending Videos
ये भी पढ़ें- BJP की राह पर कांग्रेस: 2028 की जंग के लिए क्षेत्रीय क्षत्रप उतारे,जीतू बोले- मैं अर्जुन,युधिष्ठिर कोई और होगा
विज्ञापन
विज्ञापन
सारंग ने कहा कि कांग्रेस जब-जब देश में सत्ता में रही, उसने संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया और जब वह विपक्ष में है, तो संवैधानिक संस्थाओं पर प्रश्नचिह्न लगाने का काम कर रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी जिस वोट चोरी की बात कर रहे हैं, अगर इतिहास देखा जाए तो देश में पहली वोट चोरी का आरोप तो उनके पूर्वज पं. जवाहरलाल नेहरू पर है। प्रधानमंत्री के चुनाव में उन्हें सिर्फ एक वोट मिला था और उनसे ज्यादा वोट सरदार पटेल को मिले थे। इसके बावजूद पं. नेहरू देश के प्रधानमंत्री बन गए। संविधान निर्माता डॉ. अंबेडकर को किस तरह की हथकंडेबाजी से चुनाव हराने का षडयंत्र किया गया था, यह पूरा देश जानता है। उसके बाद भी कांग्रेस जब-जब चुनाव हारी है, वो कभी ईवीएम, कभी चुनाव आयोग और कभी मतदाता सूची में गड़बड़ी को दोष देती रही है। उन्होंने कहा कि जिस नेता के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी 90 चुनाव हारी हो, उसकी मानसिकता का अंदाज लगाया जा सकता है।
ये भी पढ़ें- MP: भोपाल में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर बनेगा, 371.95 करोड़ का निवेश, जानिए मोहन कैबिनेट के फैसले
मंत्री सारंग ने स्पष्ट किया कि प्रदेश की जनता ने भाजपा को 163 सीटों पर जनादेश दिया था और यदि कांग्रेस के बताए 27 सीटों को घटा भी दिया जाए, तो भी भाजपा को 136 सीटें मिलतीं, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों को लेकर न तो निर्वाचन आयोग में आपत्ति दर्ज कराई और न ही अदालत में तथ्य प्रस्तुत किए। अब चुनाव हारने के बाद ईवीएम और चुनाव आयोग को दोष देना जनता को गुमराह करने की साजिश है।
ये भी पढ़ें- MP News: CM ने लाडली बहना योजना में छूटी बहनों को जोड़ने के दिए संकेत, भाई दूज से हर माह 1500 रुपये मिलेंगे
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यह रणनीति बिहार विधानसभा चुनाव में संभावित हार को देखते हुए फेस सेविंग की कोशिश है। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस न संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करती है और न ही लोकतांत्रिक परंपराओं का पालन। झूठ और बहानेबाजी की राजनीति अब जनता के सामने पूरी तरह उजागर हो चुकी है।