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Chhindwara News: कोयला चोरी की कोशिश में दो युवकों की मौत; मोयारी बंद खदान में हादसा, रातभर चला रेस्क्यू
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छिंदवाड़ा
Published by: छिंदवाड़ा ब्यूरो
Updated Thu, 25 Sep 2025 07:14 PM IST
सार
छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव क्षेत्र की मोयारी बंद खदान में चोरी-छिपे कोयला निकालने पहुंचे तीन युवक मलबा खिसकने से दब गए। हादसे में दो की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। प्रशासन ने बंद खदानों की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
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कोयला चोरी की कोशिश में दो युवकों की मौत, एक गंभीरमोयारी बंद खदान में हादसा, रातभर चला रेस्क्
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विस्तार
जुन्नारदेव क्षेत्र की मोयारी बंद खदान में बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात बड़ा हादसा हो गया। खदान से चोरी-छिपे कोयला निकालने पहुंचे तीन युवक अचानक मलबा खिसकने से दब गए। हादसे में 22 वर्षीय हातिम खान और 19 वर्षीय मोहम्मद उबेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 20 वर्षीय मुकेश यादव गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पहले स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, फिर जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
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जानकारी के मुताबिक, देर रात तीन युवक मोयारी स्थित बंद खदान में चोरी-छिपे कोयला निकालने पहुंचे थे। खदान के अंदर जाते ही अचानक भारी मात्रा में पत्थर और मिट्टी खिसक गई। तीनों युवक मलबे में दब गए। दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक घायल हालत में बाहर निकल पाया।
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रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की खबर मिलते ही जुन्नारदेव एसडीएम, पुलिस और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई। खदान के भीतर गहराई और अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य में टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। कई घंटों तक चले रेस्क्यू के बाद सुबह शवों को बाहर निकाला जा सका। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
मौके पर अफसरों का जमावड़ा
हादसे की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। परासिया एसडीएम, जुन्नारदेव एसडीओपी, परासिया एसडीओपी, थाना प्रभारी राकेश बघेल, उप थाना प्रभारी मुकेश डोंगरे और अंबाडा चौकी प्रभारी संजय सोनवाने पूरी रात मौके पर मौजूद रहे।
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परिवार में मचा कोहराम
घटना की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिवारों में कोहराम मच गया। दोनों युवक आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से ताल्लुक रखते थे। परिजनों का कहना है कि बेरोजगारी के कारण युवक खदानों के आसपास छोटे-मोटे काम या चोरी-छिपे कोयला निकालकर घर का खर्च चलाते थे। हादसे की खबर मिलते ही सैकड़ों लोग खदान के बाहर जमा हो गए।
गांव के लोगों ने बताया कि मोयारी समेत आसपास की कई खदानें वर्षों से बंद पड़ी हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। आए दिन कुछ युवक खदानों में चोरी-छिपे कोयला निकालने पहुंच जाते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन इस पर समय रहते सख्ती करता, तो हादसा नहीं होता।
बंद खदानों के आसपास सुरक्षा बढ़ाई
हादसे के बाद प्रशासन ने बंद खदानों के आसपास सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी खदानों में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा और नियमित गश्त की जाएगी।