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Mandsaur News: हूटर लगे वाहन से तमिलनाडु के व्यापारी का अपहरण, आलोट से मिला, लेन-देन विवाद आया सामने
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मंदसौर
Published by: मंदसौर ब्यूरो
Updated Fri, 14 Nov 2025 04:31 PM IST
सार
तमिलनाडु के लहसुन व्यापारी का लेन-देन विवाद में पिपलियामंडी से अपहरण कर आलोट ले जाया गया। पुलिस ने उसे बरामद तो कर लिया, लेकिन व्यापारी पक्ष ने दोनों थाना प्रभारियों पर धमकाने के आरोप लगाए। घटना से क्षेत्र में पुलिस की भूमिका और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
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इस वाहन से किया गया था तमिलनाडु के व्यापारी का अपहरण
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विस्तार
कृषि उपज मंडी में लहसुन की खरीद के सिलसिले में आए तमिलनाडु के व्यापारी का गुरुवार को अपहरण कर लिया गया। घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। बताया जा रहा है कि अपहरण का कारण रुपयों के लेन-देन का विवाद है। पुलिस ने व्यापारी को रतलाम जिले के आलोट से दस्तयाब कर लिया। हालांकि इस पूरे मामले में अब पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि व्यापारी के साथियों ने पिपलियामंडी और आलोट दोनों थाना प्रभारियों पर धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार, वेलीपुरम (तमिलनाडु) निवासी व्यापारी शबरीनाथन पिता कालिदास उम्र 36 वर्ष अपने मुनीम शुभराज व एक अन्य के साथ इन दिनों पिपलियामंडी कृषि उपज मंडी में लहसुन की खरीद-फरोख्त करने आए थे। खरीद का काम निपटाने के बाद वे फोरलेन पर स्थित बही टोल प्लाजा के पास बने पटेल होटल में ठहरे हुए थे। गुरुवार सुबह करीब 9 बजे करीब हूटर लगी एक चार पहिया वाहन में सवार कुछ लोग होटल के पास पहुंचे और व्यापारी से लेन-देन को लेकर विवाद करने लगे। विवाद इतना बढ़ा कि आरोपियों ने व्यापारी के साथ मारपीट शुरू कर दी और फिर उसे जबरन अपने वाहन में बैठाकर मौके से फरार हो गए। रिपोर्ट के बाद पिपलियामंडी पुलिस होटल पटेल व टोल प्लाजा पहुंची व सीसीटीवी चेक किए।
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17 लाख रुपये के बकाया को लेकर हुआ विवाद
व्यापारी के मुनीम शुभराज ने बताया कि अपहरण करने वाले रतलाम जिले के आलोट क्षेत्र के निवासी हैं। इन लोगों पर करीब 17 लाख रुपये उंटी लहसुन का लेना बकाया था। उन्होंने बताया कि आरोपी 10 लाख रुपये देकर समझौता करना चाह रहे थे, लेकिन हमने मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने व्यापारी को उठा लिया। घटना की जानकारी मिलते ही व्यापारी के परिचित किसान नेता श्यामलाल जोकचंद, किसान रीछा निवासी रघुवीरसिंह सोनगरा, गुड़भेली बड़ी निवासी कृष्णपालसिंह सहित कई लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद मुनीम शुभरामज ने पिपलियामंडी थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई। जोकचन्द ने थाने से ही जिला पुलिस अधीक्षक विनोद मीणा व मल्हारगढ़ एसडीओपी नरेन्द्र सोलंकी को भी कॉल कर मामले की जानकारी दी व व्यापारी की सकुशल वापसी की मांग की।
पुलिस की कार्रवाई, आलोट से मिला व्यापारी
घटना की सूचना मिलते ही पिपलियामंडी टीआई संदीप मंगोलिया पुलिस थाने पहुंचे उन्होंने आलोट पुलिस से संपर्क किया। जानकारी मिली कि व्यापारी को अपहरण के बाद किसी सरपंच के घर बंधक बनाकर रखा गया है। आलोट पुलिस ने जांच की और व्यापारी को अपहरणकर्ताओं सहित थाने पर लाकर बैठाया। इसके कुछ घंटों बाद पिपलियामंडी थाना प्रभारी टीम के साथ आलोट पहुंचे और मामले की आगे की जांच शुरू की गई।
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व्यापारी के साथी ने लगाया धमकाने का आरोप
व्यापारी के साथ आलोट पहुंचे रीछा निवासी रघुवीरसिंह सोनगरा ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिपलियामंडी टीआई और आलोट टीआई दोनों ने व्यापारी को धमकाया कि ‘जो भी हो, समझौता कर लो, नहीं तो जेल भेज देंगे।’ इससे यह स्पष्ट होता है कि मामले में पुलिस की मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि फरियादी को ही डराया-धमकाया जा रहा है, जबकि आरोपी खुलेआम थाने में बैठे थे।
क्षेत्र में चर्चा का विषय बना मामला
तमिलनाडु के व्यापारी के अपहरण की यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। किसान और व्यापारी वर्ग में पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि व्यापारिक विवाद की आड़ में अपहरण जैसी घटना का होना बेहद गंभीर है और यदि इसमें पुलिस की मिलीभगत के आरोप सही साबित होते हैं तो यह कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।
दोनों थाना प्रभारियों ने दी सफाई
आलोट टीआई मुनेन्द्र गौतम ने बताया कि पूरा मामला पिपलियामंडी टीआई के संज्ञान में था। उन्होंने मुझे कॉल किया और व्यापारी को अपने साथ ले गए। दोनों के बीच रुपए का लेन-देन था, इसलिए दोनों पक्षों को थाने बुलवाया गया था। वहीं पिपलियामंडी टीआई संदीप मंगोलिया ने कहा कि यह मामला दोनों पक्षों के बीच लेन-देन का है। दोनों पक्ष तय नही कर पा रहे है कि क्या करना है। आगे जो भी कार्रवाई होगी, उसकी जानकारी दी जाएगी।