Vastu Tips For Workplace: वास्तु शास्त्र में कई ऐसी बातें विस्तार से बताई गई हैं, जिनके जरिए जीवन की तमाम परेशानियों को कम किया जा सकता है। नौकरी, कारोबार में तरक्की के लिए लोग मेहनत के साथ ही वास्तु शास्त्र द्वारा बताए गए उपायों को भी करते हैं। वास्तु के अनुसार हमारी तरक्की में मेहनत के साथ ही आस-पास मौजूद सकारात्मक ऊर्जा का भी बड़ा योगदान होता है। लेकिन कभी-कभी जानें अनजाने में हम ऐसी गलतियां कर बैठेते हैं, जो हमारी तरक्की में बाधा बन सकती हैं और तमाम मेहनत के बाद भी किसी काम में सफलता नहीं मिलती। कार्यस्थल पर की गई ये गलतियां आस-पास नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं। ऐसे में यदि आप अपने करियर में तरक्की हासिल करना चाहते हैं तो अपने दफ्तर या वर्कप्लेस पर कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार कौन सी वो गलतियां हैं...
दक्षिण दिशा में न हो मुंह
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऑफिस या दुकान में कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके नहीं बैठना चाहिए। कार्यस्थल पर आपका मुंह पूर्व, पश्चिम या उत्तर दिशा की तरफ होना सही माना गया है।
पूजास्थल न हो पीछे
कभी भी मंदिर की तरफ पीठ करके नहीं बैठना चाहिए अन्यथा इससे जीवन में नकारात्मक ऊर्जा आती है। इसलिए दफ्तर या कार्यस्थल पर ध्यान रखें कि आपकी कुर्सी के पीछे पूजा स्थल न हो। वहीं वास्तु के अनुसार दफ्तर में ईशान कोण या पूर्व दिशा में मंदिर बनवाना सर्वोत्तम माना गया है।
कुर्सी के पीछे खाली जगह न हो
वास्तु के अनुसार, जहां आप बैठते हैं वहां आपकी कुर्सी के पीछे खाली जगह नहीं होनी चाहिए। यानी आपकी कुर्सी के पीछे दीवार होना सही माना जाता है। इसके अलावा आपके काम करने की टेबल का आकार आयताकार होना चाहिए।
निर्धारित जगह पर ही रखें तिजोरी
वास्तु के अनुसार, कार्यस्थल या दुकान पर कभी भी पैसों को इधर-उधर अलग-अलग जगहों पर न रखें। दफ्तर या दुकान में आप पैसों के गल्ले की एक जगह निर्धारित कर लेनी चाहिए। साथ ही आपके दफ्तर में तिजोरी या रैक का दरवाजा इस तरह खुलना चाहिए कि उसका मुंह उत्तर दिशा की तरफ हो।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये खबर लोक मान्यताओं पर आधारित है। इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।