सोनीपत के गांव हलालपुर स्थित सुशील कुमार कुश्ती अकादमी में महिला पहलवान निशा और उसके भाई सूरज की हत्या करने के आरोपी कोच और उसके साथी की गिरफ्तारी के बाद हलालपुर के लोग खुश हैं। हालांकि उनका गुस्सा अभी कम नहीं हुआ है। वह आरोपियों को कड़ी सजा दिए जाने के पक्ष में हैं। ग्रामीणों के बीच गुरु और शिष्या के रिश्ते को लेकर चर्चा है। उनका कहना है कि एक गुरु हमेशा ही यह चाहता है कि उसके शिष्य आगे बढ़ें और अपना व खुद उसका नाम रोशन करें, लेकिन एक गुरु ही जब शिष्या की जान ले ले तो वह गुरु कहलाने के लायक नहीं रहता।
ग्रामीणों का कहना है कि कुश्ती कोच होने के साथ ही पवन गांव का दामाद था। उसके मान-सम्मान में गांव के लोग कोई कसर नहीं छोड़ते थे, लेकिन जिस प्रकार से उसने वारदात को अंजाम दिया है, वह गुरु ही नहीं, बल्कि इंसानियत के रिश्ते को भी शर्मसार करने वाला है। वहीं दो जवान बच्चों को खोने वाले दयानंद गमगीन हैं। बार बार वे एक ही अफसोस जता रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि कुश्ती कोच होने के साथ ही पवन गांव का दामाद था। उसके मान-सम्मान में गांव के लोग कोई कसर नहीं छोड़ते थे, लेकिन जिस प्रकार से उसने वारदात को अंजाम दिया है, वह गुरु ही नहीं, बल्कि इंसानियत के रिश्ते को भी शर्मसार करने वाला है। वहीं दो जवान बच्चों को खोने वाले दयानंद गमगीन हैं। बार बार वे एक ही अफसोस जता रहे हैं।