हरियाणा के निलंबित कांग्रेसी विधायकों ने मंगलवार को चंडीगढ़ में विधानसभा के बाहर मुंह पर काली पट्टी बांधकर जमकर बवाल काटा। उन्हें बजट सत्र के बीच राज्यपाल के अभिभाषण में बाधा डालने पर निलंबित किया गया था। हालांकि हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने हंगामा और प्रदर्शन में शामिल सभी विधायकों को छोड़ दिया।
विधानसभा के बाहर निलंबित कांग्रेस विधायकों ने काटा बवाल, देखिए
निलंबन झेल रहे 13 कांग्रेसी विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश की इजाजत नहीं थी। बजट सत्र के दूसरे दिन सुबह वे मेन गेट के बाहर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस पर पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर सेक्टर-तीन स्थित थाने में ले गई।
विधानसभा के बाहर निलंबित कांग्रेस विधायकों ने काटा बवाल, देखिए
हिरासत में लिए गए विधायकों में पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, सीएलपी लीडर किरण चौधरी, पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल, ललित नागर, एएस दांगी, उदय भान, करण सिंह दलाल, शकुंतला खटक शामिल थे। इन विधायकों को सुबह ही विधानसभा परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। इसके बाद उन्होंने एंट्री गेट के बाहर ही विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी।
विधानसभा के बाहर निलंबित कांग्रेस विधायकों ने काटा बवाल, देखिए
पुलिस के मुताबिक हरियाणा विधानसभा के स्पीकर के आदेश के तहत ही इन विधायकों को विधानसभा परिसर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई। बात दें कि कांग्रेसी विधायकों ने एसवाईएल के मद्दे को लेकर राज्यपाल को अभिभाषण पढ़ने से मना किया था, लेकिन अभिभाषण के बाद जब कांग्रेसी विधायकों ने अभिभाषण की प्रतियां फाड़ीं तो इस मामले का संज्ञान लेते हुए विधानसभा से सभी कांग्रेसी विधायकों को 20 मार्च तक के लिए निलंबित कर दिया गया था।
विधानसभा के बाहर निलंबित कांग्रेस विधायकों ने काटा बवाल, देखिए
निलंबन के तहत हरियाणा तीनों विधायक आगामी एक वर्ष तक विधानसभा की किसी भी समिति में सदस्य के तौर पर शामिल नहीं किए जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री अनिल विज और रामबिलास शर्मा की मांग के बाद यह निर्णय लिया है। तीनों विधायकों पर सोमवार को स्पीकर की वेल में घुसकर राज्यपाल के अभिभाषण की प्रतियां फाड़ने का आरोप है।