कोरोना महामारी के बीच त्वचा संबंधी परेशानियों से जूझ रहे लोग काफी परेशान हैं। उनकी समस्या को अब गर्मी ने और बढ़ा दिया है। जानिए कैसे और समस्या समाधान के लिए क्या करें...
स्किन रोग विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी के साथ बढ़ रही उमस से स्किन से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ जाती हैं। इससे बचाव का सबसे आसान तरीका है कि समय पर इलाज और दवा का सेवन किया जाए। नेशनल स्किन हॉस्पिटल के स्किन रोग विशेषज्ञ विकास शर्मा ने बताया कि गर्मी के कारण स्किन सोरायसिस, एग्जिमा, फंगल इंफेक्शन के मरीज बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके अलावा हर्पिस और पैपिलोमा वायरस भी तेजी से फैल रहा है। इन दोनों वायरस से भी स्किन की बीमारियां तेजी से बढ़ती हैं।
डॉक्टर विकास ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जिन मरीजों का इलाज बीच में ब्रेक हो गया है, उनकी स्थिति ज्यादा खराब है। ऐसे स्थिति से बचाव के लिए जरूरी है कि बरसात शुरू होने से पहले मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जाए, ताकि बरसात के दौरान संक्रमण के खतरे से खुद को बचाया जा सके। डॉ. विकास ने बताया कि बरसात के समय स्किन से जुड़ी परेशानियां काफी तेजी से शरीर के अन्य भागों में भी फैलती हैं। इसलिए ऐसे मरीजों को इलाज में देरी नहीं करनी चाहिए।
ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान
शरीर पर लाल धब्बे, स्किन पर सफेद परत का दिखना, पानी वाले दाने, कुहनी के आगे और घुटने के पीछे खुजली का होना, पानी वाले दाने के साथ जख्म और घाव बनना।
बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय
टाइट कपड़े नहीं, कॉटन के हल्के और ढीले-ढाले कपड़े ही पहनें। कपड़ा गीला हो जाए तो उसे तत्काल बदल दें। धुले हुए कपड़ों को अंदर और बाहर दोनों तरफ से प्रेस करें, ताकि बैक्टीरिया समाप्त हो जाएं। मोजे का ध्यान ज्यादा दें, क्योंकि पैर के जरिए बैक्टीरिया और इन्फेक्शन तेजी से शरीर में प्रवेश करते हैं, कॉटन के मोजे का प्रयोग करें। अगर ज्यादा देर तक जूते पहनकर रहना हो तो बीच-बीच में कुछ मिनट के लिए जूतों को खोल दें। टाइट जूते ना पहनें। जिन्हें सोरायसिस और एक्जिमा की शिकायत हो वह तला, भुना और मीठा खाद्य पदार्थ न खाएं। फल खाने से पहले कम से कम आधा घंटा पहले अच्छी तरह धोएं। सोरायसिस के मरीज सुगंध वाली चीजों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि सुगंध से यह समस्या और तेजी से बढ़ती है। गर्भवती महिलाएं और वृद्ध स्किन से जुड़ी समस्या को लेकर सचेत रहें, क्योंकि उनमें यह संक्रमण तेजी से फैलता है।