विधानसभा घेराव के लिए कूच कर रहे कांग्रेसियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजीं। तस्वीरों में देखिए किस तरह नेता खुद को पुलिस के डंडे से बचाते हुए दिखे...
हरियाणा सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार व अन्य मुद्दों को लेकर विधानसभा घेराव के लिए कूच कर रहे कांग्रेसियों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजीं। दोपहर 12 बजे के बाद चंडीगढ़ के सेक्टर-17 से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा की ओर बढ़ना शुरू किया।
पुलिस ने उन्हें रोका, लेकिन तंवर और कार्यकर्ता बेरिकेड को तोड़ते हुए आगे बढ़ने लगे। चेतावनी के बावजूद न मानने पर पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इससे लगभग चार दर्जन कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता घायल हो गए। चंडीगढ़ पुलिस ने कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर समेत 310 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें सेक्टर-17 थाना पुलिस ने धारा 107 और 151 के तहत एसडीएम कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को रिहा कर दिया गया।
कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी भी पुलिस थाने पहुंचीं और सरकार की नीतियों के खिलाफ विधानसभा में आवाज उठाने केलिए कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया। इससे पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि गुरुग्राम की ग्वाल पहाड़ी मामला और मेट्रो रूट परिवर्तन अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। ग्वाल पहाड़ी की 464 एकड़ जमीन पहले पंचायती भूमि में निगम के अंतर्गत आ गई थी।
इस जमीन की म्युटेशन मेट्रो वैली प्राइवेट लिमिटेड के नाम कर दी गई थी, जब यह मामला उजागर हुआ तो कुछ दिन पहले जमीन की म्युटेशन रद कर दी गई। गुरुग्राम में भू माफिया को लाभ पहुंचाने के लिए जिस तरह मेट्रो के रूट में बदलाव किया गया, यह 1500 से 2000 करोड़ रुपये का घोटाला है। भ्रष्टाचार के मामलों की सीबीआई या अन्य केंद्रीय एजेंसी से जांच कराई जाए। जांच पूरी होने तक सरकार इसमें संलिप्त अधिकारियों को निलंबित करे।