रोड रेज मामले में पटियाला जेल में बंद पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की सभी मेडिकल रिपोर्ट और विशेष आहार प्लान मंगलवार को पटियाला जेल प्रशासन ने अदालत में पेश कर दिया है। इसके मुताबिक सिद्धू का लिवर फैटी है लेकिन जैसे दावे किए जा रहे हैं कि उन्हें गेहूं के आटे से एलर्जी है, वैसा कुछ भी उनकी जांच रिपोर्ट में नहीं पाया गया।
सरकारी राजिंदरा अस्पताल के डॉक्टरों के बोर्ड ने सिद्धू को कम वसा वाली और ज्यादा फाइबर वाली चीजों को विशेष आहार में शामिल करने की सिफारिश की है। डॉक्टरों ने सिद्धू के डाइट प्लान में गेहूं के आटे से बनी रोटी की जगह बाजरे की रोटी, सब्जियों का सूप, सलाद में खीरा व चुकंदर और साथ में घिया का जूस शामिल किया है। डॉक्टरों के मुताबिक सिद्धू को गेहूं के आटे से एलर्जी नहीं है लेकिन वजन घटाने को उनके लिए जरूरी होगा कि वह गेहूं के आटे से बनी रोटी का सेवन न करें।
गौरतलब है कि सोमवार सुबह 10 बजे सिद्धू को जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच सरकारी राजिंदरा अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए लाया गया था। बाद दोपहर ढाई बजे तक सिद्धू को अस्पताल में रखकर उनके वहां खून के कई तरह के टेस्ट करने के अलावा यूरिन टेस्ट, ईसीजी, छाती के एक्सरे, टांगों का कलर एक्सरे, लिवर की बीमारी संबंधी फिबरोस्कैन, पेट का अल्ट्रासाउंड किए गए थे। सोमवार को जांच रिपोर्टों के देरी से आने के चलते कोर्ट के सामने इन्हें पेश नहीं किया जा सका था।
मंगलवार को डॉक्टरों के बोर्ड की तरफ से भेजी जांच रिपोर्टों व सिफारिश विशेष आहार प्लान को जेल प्रशासन ने कोर्ट के सामने पेश किया है। इन टेस्टों की जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि सिद्धू का लिवर फैटी है। इसके लिए डॉक्टरों ने उन्हें वजन घटाने की सलाह दी है लेकिन साथ ही यह भी खुलासा हो गया है कि सिद्धू को गेहूं के आटे से एलर्जी नहीं है। वह चाहें तो गेहूं के आटे से बनी रोटी खा सकते हैं लेकिन फैटी लिवर के कारण सिद्धू को गेहूं की रोटी खाने से परहेज करना चाहिए।
अमर उजाला से बात करते सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा ने कहा कि उम्मीद है कि अब सिद्धू को जेल में उनकी सेहत के मुताबिक विशेष आहार मिल सकेगा। उन्होंने माना कि सिद्धू को गेहूं के आटे से एलर्जी नहीं है। साथ ही बताया कि सिद्धू की डाइट से कार्बोहाइड्रेट वाली खाने की चीजों को पूरी तरह से हटाने की सिफारिश की गई है।