हरियाणा विधानसभा के स्पीकर की ओर से कांग्रेस विधायकों का निलंबन रद्द किए जाने के बावजूद कांग्रेस विधायक शुक्रवार को सदन में नहीं पहुंचे। अलबत्ता कांग्रेस के चार विधायकों ने पंजाब के कपूरी गांव का दौरा करने के बाद शुक्रवार को चंडीगढ़ में एक वीडियो जारी कर दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद एसवाईएल नहर पाटने का काम जारी है।
विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते कांग्रेसी विधायक
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दावा किया कि जब तक तीनों कांग्रेस विधायकों का निलंबन वापस नहीं होता, तब तक वह सदन में नहीं जाएंगे। विधानसभा स्पीकर ने बीते दिन कई नेताओं के आग्रह पर निलंबित किए गए 11 विधायकों का निलंबन वापस लेकर शुक्रवार को उन्हें सदन में आने के लिए कहा था, लेकिन प्रश्नकाल व शून्यकाल के दौरान कोई भी कांग्रेस विधायक सदन में नहीं पहुंचा।
विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते कांग्रेसी विधायक
इसी बीच विधायक करण दलाल, कुलदीप शर्मा, जयवीर वाल्मीकि और शकुंतला खटक ने पंजाब के कपूरी का दौरा किया। कांग्रेस के चारों विधायक कपूरी में नहर को पाटने की एक वीडियो बनाकर लाए, जिसे बाद में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मीडिया के समक्ष जारी किया। हुड्डा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पंजाब सरकार की ओर से नहर पाटने का काम किया जा रहा है। हरियाणा सरकार जानबूझ कर इस मामले में चुप है।
विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते कांग्रेसी विधायक
हरियाणा सरकार की एसवाईएल संबंधी मंशा पर संदेह व्यक्त करते हुए हुड्डा ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से संघीय ढांचे का उल्लंघन किया जा रहा है। हुड्डा ने हरियाणा और पंजाब सरकारों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किए जाने की मांग करते हुए कहा कि हरियाणा के हक में उनका यह विरोध लगातार जारी रहेगा। इस मामले में हरियाणा और पंजाब सरकार मिलकर दोनों राज्यों की जनता को गुमराह कर रही हैं।
विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते कांग्रेसी विधायक
हुड्डा ने दोहराया कि एसवाईएल के मुद्दे पर वह अपने बल पर हरियाणावासियों के हितों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। सदन में जाने के मामले पर बोलते हुए हुड्डा ने कहा कि तीनों विधायकों का निलंबन वापस लिए जाने तक कोई भी कांग्रेस सदन में नहीं जाएगा। वह विधानसभा से बाहर रहकर ही प्रदेश के लोगों को हरियाणा सरकार की जनविरोधी नीतियों के बारे में अवगत करवाएंगे।