रोड रेज मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को जेल होने के बाद गुरुवार को पहली बार उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू मीडिया के सामने आईं और उन्होंने अपने पति को पूरी तरह बेकसूर बताया। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने गुरनाम सिंह को हाथ तक नहीं लगाया था। इसलिए उन्हें उम्मीद है और वाहेगुरु पर भी पूरा भरोसा है कि उनके पति को इंसाफ जरूर मिलेगा।इंसाफ के लिए वह लड़ेंगे लेकिन जब तक वह नहीं हैं, उनका काम वह खुद संभालेंगी। नवजोत कौर सिद्धू संगरूर में अपने एक करीबी के घर पहुंचीं थीं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि जेल में बंद होने के बाद से अब तक उनकी नवजोत सिद्धू से कोई बात नहीं हुई है लेकिन उनकी सिद्धू के डॉक्टरों से जरूर बात हुई है, क्योंकि उन्हें बीमारी ही ऐसी है, जिसमें पहली बार पैर से खून का क्लाट फेफड़ों तक पहुंच गया था। उस समय उन्हें पैरालिसिस होने तक का खतरा बन गया था।
दूसरी बार कैलाश मानसरोवर की यात्रा के दौरान जब फिर से खून का क्लाट शरीर के ऊपरी हिस्से में गया तो सिद्धू बेहोश हो गए थे। ऐसे में सिद्धू को केवल राजिंदरा अस्पताल ले जाकर वहां उनके टेस्ट कराने से बात नहीं बनेगी। उन्हें उचित इलाज सुविधाएं व विशेष आहार दिए जाने की जरूरत है।
नवजोत कौर सिद्धू ने बताया कि सिद्धू का एक अमेरिकन डॉक्टर से इलाज चल रहा था। जिनकी सलाह पर वह विभिन्न फलों के पत्ते व जूस इत्यादि ही ले रहे थे। ताकि वजन कम होने के बाद उनकी सर्जरी कराई जा सके। सुखजिंदर सिंह रंधावा के बयान पर उन्होंने कहा कि सिद्धू तो केवल यह चाहते थे कि पंजाब से खनन व शराब माफिया का खात्मा हो।
सभी विधायक ईमानदारी से काम करें और पंजाब को न लूटें तो इसमें सिद्धू क्या बुरा चाहते थे। पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भ्रष्टाचार में लिप्त रहे नेताओं के नाम सीएम भगवंत मान को देने के मामले पर कहा कि यह काम उन्हें तब करना चाहिए था, जब उनकी सरकार थी लेकिन तब वह चुप बैठे रहे। पंजाब के कल्याण के लिए कोई काम नहीं किया। इसी कारण नवजोत सिंह सिद्धू को आगे बढ़कर उनका विरोध करना पड़ा।
उन्होंने संगरूर लोकसभा उपचुनाव के बारे में टिप्पणी से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जो सबसे ईमानदार उम्मीदवार हो फिर वह चाहे किसी पार्टी से हो, उसे सेवा का मौका दिया जाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री पर सीएम भगवंत मान की कार्रवाई की उन्होंने सराहना की। डॉ. सिद्धू ने कहा कि इस कदम से आप के बाकी मंत्री व विधायक अब भ्रष्टाचार में लिप्त होने से डरेंगे। उन्होंने वादे के मुताबिक मान सरकार को पंजाब की हर महिला को 1000 रुपये देने की मांग की।