सुबह से रिमझिम बारिश होने पर प्रशासन ने ऐतिहातन केदारनाथ यात्रा रोक दी है। सोमवार को केदारनाथ यात्रा सिर्फ एक घंटे ही चली। धाम पहुंचे श्रद्धालु दिनभर आराध्य के दर्शन करते रहे, लेकिन जिला मुख्यालय से गौरीकुंड तक जगह-जगह हजारों यात्री रोके गए। प्रशासन ने मंगलवार तक बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए यात्रियों से जहां पर हैं, वहीं रहने की अपील करते हुए सतर्कता बरतने को कहा है।
सोमवार को सोनप्रयाग से सुबह 8 बजे तक 8530 यात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना किया गया था, लेकिन इसके बाद केदारघाटी व केदारनाथ में तेज बारिश और घना कोहरा छाने के चलते प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से यात्रा रोक दी। इस दौरान रुद्रप्रयाग से गुप्तकाशी तक जगह-जगह पांच हजार यात्रियों को रोक दिया गया।
वहीं, सोनप्रयाग में 2000 और गौरीकुंड में 3200 यात्रियों को रोका गया। सुबह 9 बजे के बाद यात्रियों को सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए नहीं भेजा गया, जो यात्री 8 बजे तक धाम के लिए रवाना हुए थे, उन्हें पुलिस व अन्य सुरक्षा जवानों की मौजूदगी में हल्की बारिश के दौरान धीरे-धीरे आगे बढ़ाया गया।
सोमवार को सोनप्रयाग से सुबह 8 बजे तक 8530 यात्रियों को केदारनाथ के लिए रवाना किया गया था, लेकिन इसके बाद केदारघाटी व केदारनाथ में तेज बारिश और घना कोहरा छाने के चलते प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से यात्रा रोक दी। इस दौरान रुद्रप्रयाग से गुप्तकाशी तक जगह-जगह पांच हजार यात्रियों को रोक दिया गया।
वहीं, सोनप्रयाग में 2000 और गौरीकुंड में 3200 यात्रियों को रोका गया। सुबह 9 बजे के बाद यात्रियों को सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए नहीं भेजा गया, जो यात्री 8 बजे तक धाम के लिए रवाना हुए थे, उन्हें पुलिस व अन्य सुरक्षा जवानों की मौजूदगी में हल्की बारिश के दौरान धीरे-धीरे आगे बढ़ाया गया।