उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद सुर्खियों में आए धर्मांतरण मामले में एजेंसियां सरगर्मी से जांच में जुटी हैं। इस तरह के लोगों का ब्योरा एकत्रित करने का काम किया जा रहा है, जिनको लालच देकर धर्मांतरण की बातें सामने आ रही हैं। इस काम में एएमयू के माली से लेकर उमर गौतम से जुड़े लोगों के सहारे ऐसे लोगों की तलाश हो रही है। इस बीच शुक्रवार को अलीगढ़ के जीवनगढ़ इलाके में एक युवक के धर्मांतरण का शोर मचा। इस पर जब उस युवक के घर तक पहुंचकर जानकारी की गई तो पता चला कि युवक ने एएमयू में पढ़ाई के दौरान साथ पढ़ने वाली गैर समुदाय की दिल्ली युवती से शादी की है। उसके इस निर्णय पर परिवार साथ रहा है। हां, शादी के बाद परिवार ने युवक व युवती को कुछ दूरी पर दूसरे मकान में बसा दिया है। चूंकि वह अपने पिता का इकलौता बेटा है तो परिवार उसके फैसले से खुश है।
बातचीत में खुद सरकारी कर्मी पिता ने यह बात स्वीकारी कि एएमयू में पढ़ाई के दौरान साथ पढ़ने वाली युवती से उसके रिश्ते हो गए। जब उसने यह प्रस्ताव रखा तो हम दोनों परिवारों ने सहमति दे दी। दोनों की एक साल पहले शादी कर दी। अब वह कुछ दूरी पर अलग मकान लेकर रहते हैं। दोनों का आना जाना है।
किसी तरह की कोई शिकवा शिकायत नहीं है। दोनों अब बच्चों को पढ़ाने का काम करते हैं। हां, उसके पिता ने स्वीकारा कि उनका बेटा अब नमाज भी पढ़ने जाता है। हमारे साथ होली-दीपावली भी मनाता है। मगर उसने कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया। चूंकि पढ़ाई के दौरान उसने सभी धर्मग्रंथ पढ़े हैं। इसलिए उनकी पूजा या इबादत से भी कोई फर्क नहीं है। वे बताते हैं कि कम से कम हमारे समाज के उन युवकों से तो हमारा बेटा दूर है जो दिन में ही नशे में लिप्त रहते हैं। वे अपने बेटे के फैसले और उसके आगे के जीवन से संतुष्ट हैं। इस दौरान बेटे से बातचीत के सवाल पर कहा कि वह किसी काम से गया हुआ है। रात को लौटेगा और हमसे मिलने आएगा। तब बात हो सकेगी।
एटीएस सहित अन्य एजेंसियां अलीगढ़ में उमर गौतम के अलावा एएमयू के माली नवीन के संपर्कियों पर नजर बनाए हुए हैं। ये जानने का प्रयास किया जा रहा है कि कौन-कौन लोग इनके संपर्क में रहे हैं। कितने लोग ऐसे हैं, जिन्होंने धर्म परिवर्तन किया है। इनमें कितने ऐसे हैं जिन्हें लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया गया है। एजेंसियों की जांच में एक बात जरूर सामने आ रही है कि देश भर में इस संगठन ने ज्यादातर कमजोर, निर्बल वर्ग या मूकबधिरों को ही निशाना बनाया है। जो थोड़े से लालच या प्यार में कोई भी निर्णय ले लेते हैं। इसके लिए उमर को फंडिंग के सुराग भी मिल रहे हैं।
माली-आदित्य का कराया जा सकता है आमना-सामना
अलीगढ़ में अभी एटीएस की जांच जारी है। माली पर पूरी निगरानी है। हालांकि वह अवकाश पर है। मगर अभी अपने घर पर नहीं है। संकेत हैं कि वह किसी भी विवाद से बचने के लिए कहीं परिचित के यहां छिपा हुआ है। एटीएस की जांच के क्रम में उसका कानपुर में पकड़े गए आदित्य से आमना-सामना भी कराया जा सकता है। इस निर्णय पर मुख्यालय से संकेत मिलने के बाद ही कदम उठाया जाएगा।