न्याय व्यवस्था में कमियों के चलते जिंदा हैं खाप पंचायत: वरुण गांधी
आज भी हमारे देश में किसानों, अल्पसंख्यकों, दलितों जैसे कमजोर वर्ग के लोगों के लिए न्याय सिर्फ सपना बनकर रह गया है। न्याय व्यवस्था में सुधार के लिए युवाओं को कदम उठाने चाहिए। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पीआईएल, आरटीआई जैसी चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए। यह कहना है पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी का।
न्याय व्यवस्था में कमियों के चलते जिंदा हैं खाप पंचायत: वरुण गांधी
वरुण, सेक्टर-62 आईएमएस संस्थान में आयोजित नेशनल लॉ सेमिनार में हिस्सा लेने पहुंचे थे। ह्यूमन राइट्स ट्रेंड एंड इश्यू विषय पर आयोजित सेमिनार में उन्होंने कहा कि लोग पूछते हैं कि आज के समय मे भी खाप जैसी पंचायतों का अस्तित्व कैसे है। इसका कारण हमारी न्याय व्यवस्था की कमियां हैं। मेरे पास 50 प्रतिशत से अधिक फोन इस बात के लिए आते हैं कि पुलिस से बात कर लो, हमें कुछ परेशानी है।
न्याय व्यवस्था में कमियों के चलते जिंदा हैं खाप पंचायत: वरुण गांधी
इसका कारण यह नहीं है कि पुलिस करप्ट है। बल्कि इसका कारण यह है कि हमारे देश के लोग यह हमारी पुलिस है यह नहीं मानते हैं। देश में नैतिक शिक्षा और न्याय में सुधार की आवश्यकता है। सांसद ने कहा कि देश में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जहां पीड़ितों को उचित न्याय नहीं मिल सका है। भोपाल गैस पीड़ितों को आज उचित मुआवजा पूरी तौर से नहीं मिला है।
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यह किसी एक सरकार की गलती नहीं है। यह व्यवस्था की खामी है। कहा कि मीडिया उन चीजों को अधिक प्रमोट करता है, जहां ग्लैमर हो, जो खबर बिक सके। वरुण ने कहा कि देश ने 21वीं सदी में भले ही प्रवेश कर लिया हो, लेकिन आज भी हमारे देश में अनावश्यक बातों पर बहस होती है।
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हमारे देश में कानून व्यवस्था आदि से जुड़े कई मुद्दे हैं, हमें विकास के लिए आगे बढ़ना चाहिए। लेकिन हम आज भी धर्म के नाम पर बहस करते रहते हैं। देश और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का स्तर सुधारने की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश में शिक्षक किस तरह बनते हैं यह सबको पता है। शिक्षा का स्तर इस कदर गिर गया है कि पीएचडी पास लोगों को चपरासी की नौकरी के लिए अप्लाई कर रहे हैं।