देश की राजधानी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में शुक्रवार दोपहर को हुई गोलीबारी में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। स्पेशल सेल की गिरफ्त में आए दोनों लोगों की पहचान उमंग और विनय के रूप में हुई है। स्पेशल सेल ने विनय व उमंग की गिरफ्तारी के साथ ही इस कार को जब्त कर लिया है। पूछताछ में उमंग ने रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट में बड़ा खुलासा किया है। टिल्लू ने मंडोली जेल से हमलावरों को पनाह देने वाले उमंग को पहली बार 15 सितंबर तक को फोन किया था। खास बात यह है कि रोहिणी शूटआउट से कुछ समय पहले तक टिल्लू फोन के जरिए उमंग व शूटरों के संपर्क में था। स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि टिल्लू मंडोली जेल में मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा है। वह व्हाट्सएप के जरिए सिग्रस एप के माध्यम से कॉल करता था।
उमंग की टिल्लू से डेढ़ वर्ष पहले हुई थी पहचान
उमंग ने पूछताछ में बताया कि वह टिल्लू ताजपुरिया के रहन-सहन, रौब व लाइफ स्टाइल से प्रभावित था। करीब डेढ़ वर्ष पहले उसकी ताजपुर के बदमाश उमेश काला के जरिए टिल्लू से बात हुई थी। इसके बाद उमंग ने टिल्लू को अपना गुरु बना लिया था। टिल्लू जेल से ही उमंग को काम बताने जैसे कहीं से पैसे व सामान लाना आदि बताना शुरू कर दिया था।
दो लड़के आएंगे...अपने पास रखना
स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों के अनुसार, टिल्लू ने हैदरपुर निवासी उमंग को जितेंद्र गोगी हत्या के लिए पहला फोन 15 सितंबर को किया था। उसने उमंग से कहा था कि उसके पास दो लड़के आएंगे, जिन्हें उसे अपने पास रखना है। 24 को जितेंद्र गोगी की कोर्ट में पेशी है और उसका काम करना है।
20 को दिल्ली पहुंच गए थे शूटर
20 सितंबर की सुबह करीब आठ बजे उमंग दोनों शूटर राहुल व जगदीप को करनाल बाईपास से अपने घर लेकर गया था। उसने दोनों को अपने घर रखा था। ये शूटर वकीलों की यूनिफार्म व हथियार अपने साथ लेकर आए थे।
टिल्लू ने 22 को बताई पूरी योजना
टिल्लू ने उमंग को 22 को फिर फोन किया कि उन्हें रोहिणी कोर्ट के बाहर एक नेपाली युवक मिलेगा। टिल्लू ने उमंग को पूरी साजिश बताई थी कि कैसे क्या करना है और कौन क्या करेगा?