दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के 40वें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति के हाथों स्वर्ण पदक हासिल मेधावियों के चेहरे खिल उठे। कुल 46 टॉपरों में से 32 छात्राओं और 14 छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किया। मुख्य अतिथि प्रो एके श्रीवास्तव की मौजूदगी में कुलाधिपति ने जब एक एक स्नातक और परास्नातक की विभिन्न कक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावियों के गले में स्वर्ण पदक पहनाया तो वो चहक उठे। मेडल पाकर मेधावियों ने कुलाधिपति के साथ फोटो भी कराई।
विश्वविद्यालय परिसर के प्राचीन इतिहास विभाग से ही वार्षिकोत्सव का अहसास हो रहा था। टॉपर सुबह से ही दीक्षा भवन में पहुंच गए थे। करीब दस बजे तक दीक्षा भवन का पूरा हॉल भर गया। निर्धारित समय से परिधान कक्ष से कुलसचिव की अगुवाई में कुलाधिपति और मुख्य अतिथि विद्वत परियात्रा के साथ मंच पर पहुंचे।
दीक्षा भवन में बैठे सभी अतिथियो, शिक्षकों, मेधावियों और अभिभावकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रमों की शुरूआत हुई। आगे चलकर कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद ने संकायाध्यक्षों को मंच पर आमंत्रित किया। जिसके बाद संकाय के विद्यार्थियों को पदक वितरण का सिलसिला शुरू हुआ। कार्यक्रम के बाद भी मुख्य मंच से लेकर दीक्षा भवन के बाहर तक विद्यार्थियों का अभिभावकों और बच्चों के साथ ग्रुप फोटो और सेल्फी का दौर चला।
विद्यार्थियों ने गले लगकर साथियों को बधाई दी और छात्र जीवन को आजीवन याद रखने के संकल्प के साथ घरों को रवाना हुए। कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी, चीफ प्रॉक्टर प्रो सतीश चंद्र पांडेय, संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो शांतनु रस्तोगी, प्रो शोभा गौड़, प्रो नंदिता आईपी सिंह, प्रो एके तिवारी, प्रो चंद्रशेखर, प्रो हर्ष कुमार सिन्हा, डीएसडब्लू प्रो अजय सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह के साथ समस्त कार्यपरिषद और विद्या परिषद के सदस्य मौजूद रहे।
कुलाधिपति ने लगाया चंदन का पौधा
विश्वविद्यालय के 40वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने आई कुलाधिपति(राज्यपाल) आनंदीबेन पटेल ने दीक्षा भवन के सामने स्थित कुलाधिपति वाटिका में चंदन का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
एनसीसी कैडेट्स ने दिया गॉड ऑफ ऑनर
दीक्षांत समारोह में शामिल होने से पूर्व कुलाधिपति आंनदीबेन पटेल को कन्वेंशन हाल परिसर में गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। बता दें कि एक प्रोटोकॉल के तहत वीवीआईपी और वीआईपी को गॉड ऑफ ऑनर दिया जाता है। इस सूची में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री आते हैं।