मुंबई के नेवल डॉक्यार्ड में तैनात युद्धपोत आईएनएस रणवीर के एसी कंपार्टमेंट हुए विस्फोट में शहीद हुए हरियाणा के पानीपत जिले के कृष्ण कुमार का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके पैतृक गांव सुताना में गुरुवार को नौसेना और हरियाणा पुलिस ने उन्हें सशस्त्र सलामी दी। उन्हें नम आंखों से विदाई दी गई। नौसेना में एमसीपीओ-1 के पद पर तैनात रहे कृष्ण कुमार के अंतिम संस्कार में आसपास के गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों के साथ ही राजनीतिक दलों के नेता, धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहे। मुंबई से उनका पार्थिव शरीर मुंबई से दिल्ली स्थित पालम एयरपोर्ट पहुंचा। जहां से दोपहर बाद गांव सिवाह लाया गया।
जहां से उनके पार्थिव शरीर को सैन्य वाहन में ‘भारत माता की जय’ के जयघोष के साथ शाम करीब चार बजे पैतृक गांव सुताना लाया गया। इसके बाद करीब पांच बजे गांव के ही श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े बेटे अभिषेक ने मुखाग्नि दी।
यहां बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन करने और श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान ‘कृष्ण कुमार अमर रहे’, ‘जब तक सूरज चांद रहेगा कृष्ण तेरा नाम रहेगा’, ‘भारत माता की जय’... आदि नारे लगाए गए।
इस मौके पर जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त सुशील सारवान के साथ इसराना के विधायक बलबीर वाल्मीकि, पूर्व मंत्री कृष्णलाल पंवार, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. अर्चना गुप्ता, सांसद संजय भाटिया के पुत्र चांद भाटिया, विधायक महीपाल ढांडा के भाई हरपाल ढांडा, जजपा नेता देवेंद्र कादियान ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सेना से जुड़ा रहा है पूरा परिवार
नौसैनिक कृष्ण कुमार का परिवार सेना से जुड़ा रहा है। इनके पिता गोपीचंद भी सेना में रहे। इनके एक भाई विष्णुदत्त भी सेना में थे, जो लगभग आठ वर्ष पहले वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद हुए कृष्ण कुमार के दो पुत्र एवं एक पुत्री है। कृष्ण कुमार अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मुंबई में ही रहते थे। इनके एक भाई सुभाष सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं।