लखनऊ के निगोहां इलाके में एनएच-24 पर टोल प्लाजा के कंटेनरनुमा स्ट्रॉन्गरूम में शनिवार सुबह शॉर्टसर्किट से आग लग गई। धुआं उठते देख कर्मचारी शोर मचाते हुए आग बुझाने दौड़े। दमकल दस्ते को कॉल की। फायरब्रिगेड ने 12 किमी दूर बछरावां से आने में डेढ़ घंटा लगा दिया। इस दौरान स्ट्रॉन्गरूम के पांच केबिन में से तीन पूरी तरह जल गए। प्रबंधक दिनेश सिंह ने बताया कि 25 लाख की नकदी के साथ दो एसी, कम्प्यूटर समेत एक करोड़ से अधिक की संपत्ति आग की भेंट चढ़ गई। इसमें तीन विदेशी सिस्टम, आईटी व ऑपरेटिंग सिस्टम शामिल हैं।
प्रोजेक्ट मैनेजर ने दमकल दस्ते पर लेटलतीफी का आरोप लगाते हुए रोष जताया। वहीं, अग्निशमन टीम ने आग बचाव के इंतजाम न होने की बात कही। अफरा-तफरी के चलते दो घंटे टोल टैक्स वसूली बाधित रही। इस दौरान सैकड़ों वाहन गुजर गए। टोल प्लाजा के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रभाकर दुबे ने बताया कि कर्मचारी आकाश तिवारी ने सुबह 7:45 बजे स्ट्रॉन्गरूम से काला धुआं निकलते देख शोर मचाया। इस पर सिक्योरिटी गार्ड व अन्य कर्मचारी दौड़े। आग बुझाने की कोशिश के साथ पुलिस व फायर स्टेशन फोन किया। आग बुझाने में जुटे कर्मचारियों ने दो केबिन जलने से बचा लिए थे।
केबिन में सो रहे थे कर्मचारी
रात्रि में ड्यूटी पर तैनात रहे कर्मचारी केबिन में सो रहे थे। चीखपुकार सुनकर वह आंख मलते हुए बाहर भागे। उन्होंने कपड़े व अन्य सामान जलने की बात कही।
बिना टैक्स चुकाए गुजरते रहे वाहन
स्ट्रांगरूम में आग लगने से अफरातफरी मच गई। टॉल टैक्स वसूली काउंटर पर तैनात कर्मचारी व सिक्योरिटी गार्ड आग बुझाने के लिए दौड़ पड़े। हाइवे पर यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैरियर उठा दिए गए थे। करीब दो घंटे टैक्स वसूली बाधित रही।
फायर फाइटिंग की कोई व्यवस्था ही नहीं थी
बछरावां (रायबरेली) फायर स्टेशन अधिकारी प्रभाकर मिश्रा ने बताया कि एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी व एसओ अनिल सिंह ने सुबह 8:19 बजे निगोहां टोल प्लाजा पर आग की सूचना दी थी। दो मिनट के भीतर फायरब्रिगेड रवाना हुई और आग बुझाकर 9:40 बजे टीम फायर स्टेशन पर लौट आई थी। टोल प्लाजा पर फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं था। अग्निशमन सिलेंडर थे, जिनमें कई के इस्तेमाल की तिथि गुजर चुकी थी। पीजीआई फायर स्टेशन अधिकारी केके मिश्रा ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम ने सुबह 8:05 बजे आग की सूचना दी थी। तुरंत दमकल दस्ता रवाना हुआ। 30 किमी की दूरी तय करने में 33 मिनट लगे।