Buddha Vichar: राजपरिवार में जन्में महात्मा बुद्ध का जन्म नेपाल में स्थित लुम्बिनी में 563वीं ईसा पूर्व में हुआ था। अपने जीवन के एक चरण में उन्होंने मानव जीवन के दुखों को देखा जैसे रोग, वृद्धावस्था एवं मृत्यु। इसके पश्चात् वे 29 वर्ष की अवस्था में सांसारिक जीवन को त्याग कर सत्य की खोज में निकल पड़े। उन्होने बोधगया में एक पीपल वृक्ष के नीचे ध्यान करते हुए आत्म बोध प्राप्त किया। तब से लेकर 80 वर्ष की अवस्था में अपनी मृत्यु तक, उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन यात्र करते हुए लोगों को जीवन चक्र से छुटकारा पाने की राह दिखाते हुए बिताया। उनकी मृत्यु के पश्चात उनके शिष्यों ने राजगृह में एक परिषद का आह्वान किया, जहां बौद्ध धर्म की मुख्य शिक्षाओं को संहिताबद्ध किया गया। महात्मा बुद्ध के सिद्धांतों पर आधारित बौद्ध धर्म दो संप्रदायों हीनयान और महायान में बंट गया। बुद्ध के सिद्धांतों पर आधारित बौद्ध धर्म को आरंभिक रूप से प्रसारित करने का कार्य बुद्ध के अनुयायियों ने किया था वर्तमान समय में महात्मा बुद्ध के संदेश और विचार प्रासंगिक माने जाते हैं। आइए जानते हैं महात्मा बुद्ध के कौन से विचार हैं जो मनुष्य को सफल बनाते हैं।