कासगंज में सिढ़पुरा के ग्राम भुजपुरा में मासूम भाई बहन को अगवा कर हत्या के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। गलियों में पसरा सन्नाटा भी इस बात की गवाही दे रहा है। शोक में डूबे ग्रामीणों के घरों में चूल्हे तक नहीं जले। तीन हजार की आबादी वाले इस गांव में मासूम भाई बहन के अगवा कर हत्या की घटना से ग्रामीणों में दहशत फैल गई।
घटना ने ग्रामीणों को भी झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीण भी घटना से आक्रोशित हैं। लोगों का कहना है कि आदमी जानवर है गयो है। मासूम भाई बहन ने किसी को का बिगाड़ो हतो जो उनकी इस बेरहमी से हत्या कर दी। कोई रंजिश हतै तो बड़े जनन से निकालनी चाहिए।
किसी ने अपने बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया। गलियां दिन भर सुनसान पड़ी रहीं। गांव में सिर्फ पीड़ित परिवार के यहां आने जाने वाले लोग ही नजर आए। घटना से पूरा गांव गम में डूब गया है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सभी जाति के लोग मिलकर रहते आए हैं। इस घटना ने सबको झकझोर दिया।
वहीं रक्षाबंधन पर्व से आठ दिन पहले इकलौते मासूम भाई उमंग और बहन पलक की हत्या से बड़ी बहन लक्ष्मी को गहरा सदमा लगा है। नाते रिश्तेदारों के ढांढस बंधाने के बाद भी उसकी आंखों के आंसू नहीं थम रहे हैं। लक्ष्मी (15) पुत्री श्याम गोपाल अपने इकलौते भाई उमंग एवं छोटी बहन पलक से बेहद प्यार करती है।
भाई बहनों के लापता होने के बाद से ही काफी परेशान थी। बेचैनी में वह रात भर नहीं सोई। भाई बहन के शव मिलने के बाद से उसकी स्थिति और भी खराब हो गई। वह बार-बार अपने भाई व बहन का नामों को पुकार रही है। वह अपने भाई को लाला और बहन पलक को उसके नाम से पुकार कर दिन भर रो रही है।