भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के आह्वान पर कृषि कानूनों और लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को किसानों ने सड़कों पर धरना-प्रदर्शन किया। मथुरा जिले में सैकड़ों किसानों के साथ भाकियू कार्यकर्ताओं ने यमुना एक्सप्रेसवे पर जाम लगा दिया। धरना प्रदर्शन के चलते करीब 30 मिनट तक एक्सप्रेसवे पर वाहनों की रफ्तार थम गई। पुलिस ने जाम खुलवाया। छह किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया है। वहीं दिल्ली जा रहे 30 किसानों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
भाकियू के आह्वान पर शुक्रवार की सुबह मथुरा के बलदेव क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे किनारे सैकड़ों किसान एकत्र हुए। एक्सप्रेसवे पर जाम लगाने से पूर्व किसानों ने अंडरपास पर धरना दिया। इसके बाद किसान नारेबाजी करते हुए माइलस्टोन 133 के नजदीक यमुना एक्सप्रेसवे पर आ गए। इससे वाहनों की रफ्तार थम गई। एक्सप्रेसवे पर जाम लग गया।
पहले से तैनात पुलिस फोर्स ने एक्सप्रेसवे पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को हटाया। पुलिस ने प्रदर्शनकारी भाकियू जिलाध्यक्ष राजकुमार तोमर समेत छह किसान नेताओं को हिरासत में लिया है। किसानों के धरना प्रदर्शन के चलते करीब 30 मिनट तक एक्सप्रेसवे पर जाम लगा रहा। किसानों के हटने के बाद वाहनों को निकाला गया।
थाना मांट क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे के जाबरा टोल प्लाजा पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत ग्रुप के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का कहना था कि दिल्ली में किसानों के साथ नाइंसाफी हुई है। इसी को लेकर धरना किया जा रहा है। यहां से 30 किसानों को गिरफ्तार किया गया है। ये किसान धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे थे।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे स्थित फतेहाबाद टोल बूथ पर भाकियू आगरा के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानियां के नेतृत्व में किसान जुटे। किसानों के धरना प्रदर्शन के मद्देनजर यहां पुलिस तैनात रही। उधर, दिल्ली जाने की जिद पर अड़े किसानों का आगरा जिले के सैंया क्षेत्र के पास राजस्थान की सीमा में पिछले 36 घंटे से धरना जारी है।