आगरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार की सुबह हुए भीषण कार हादसे ने सबको दहला दिया। कंटेनर से टकराने के बाद कार में आग लगने से पांच लोग जिंदा जल गए। जलती कार में फंसे लोग मदद के लिए चीखते रहे, लेकिन आग की लपटों के आगे वहां मौजूद ग्रामीण बेबस थे। दमकल और पुलिस भी देर से पहुंची, तब तक कार सवार लोग जलकर कंकाल बन गए।
मंगलवार की सुबह यमुना एक्सप्रेसवे पर अमंगल हो गया। नोएडा की ओर जा रही एक कार एक्सप्रेसवे के माइल स्टोन 160 के समीप कंटेनर से टकरा गई। टक्कर के बाद कार में आग लग गई। सेंट्रल लॉक हो जाने के कारण कार का दरवाजा नहीं खुला। कार आग की लपटों से घिर गई।
कार में फंसे लोग मदद के लिए चीखने लगे। चीख-पुकार सुनकर पास में ही लोदी पुरा गांव के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ गए। घटनास्थल पर पहुंचे ग्रामीण मंजर देखकर सहम गए। कार आग का गोला बन चुकी थी। एक्सप्रेसवे के बूथ के कर्मचारी ने पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलने के काफी देर बाद पुलिस और दमकल की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची, तब तक कार में फंसे लोगों की मौत हो चुकी थी। आग बुझाने के बाद कार से उनके कंकाल बाहर निकाले गए। कार में सवार लोग लखनऊ के रहने वाले थे।
जिलाधिकारी प्रभु एन. सिंह और एसएसपी बबलू कुमार भी घटनास्थल पहुंचे। जिलाधिकारी ने बताया कि कंटेनर के डीजल टैंक से कार टकराई थी। इससे आग तेजी से भड़क गई। गाड़ी नंबर लखनऊ जिले का है। कार चालक उन्नाव का रहने वाला था।