बेशक घटना का खुलासा हो गया, मगर अभी पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए बैठाए गए सीमेंट फैक्टरी के लॉजिस्टिक मैनेजर, ड्राइवर व गनर आदि को उनके घर नहीं भेजा गया। पुलिस को संदीप के परिवार का इंतजार है। हालांकि सुबह बातचीत हुई थी, मगर परिवार ने शुद्धि के कारण आ न आ पाने के संकेत दिए। अब गुरुवार को परिवार आ सकता है। उसके बाद ही इन्हें परिवार के साथ उनके घरों को भेजा जाएगा।
घटना के समय संदीप के साथ मौजूद चालक रनवीर, सीमेंट कंपनी के इंदौर हाल ग्रीन पार्क निवासी लॉजिस्टिक मैनेजर शशांक निगम, दूसरी गाड़ी में चल रहे गनर धर्मेंद्र व पुलिस गनर संदीप पाल को तथ्यों के मिलान। पूछताछ आदि के लिए रोका गया था। तभी से वे पुलिस जांच में शामिल हैं। पुलिस ही उनके खाने पीने से लेकर थाने में रुकने आदि का इंतजाम कर रही है। हालांकि बुधवार सुबह तथ्य साफ होने पर तय किया गया कि इन्हें इनके घरों को भेज दिया जाए। मगर उससे पहले निर्णय हुआ कि संदीप के परिवार को बुलाकर उनके साथ ही इन्हें भेजा जाए। ताकि उनकी सहमति भी रहेगी। इस पर संदीप परिवार से जब संपर्क हुआ तो वे शुद्धि के कारण नहीं हा सके। सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय के अनुसार अभी तथ्यों का मिलान जारी है। जांच में अन्य बिंदुओं पर भी इन लोगों से मदद ली जा रही है। बृहस्पतिवार को संदीप के परिवार के आने पर इन्हें उनके साथ भेजा जा सकता है।
घटना के समय संदीप के साथ मौजूद चालक रनवीर, सीमेंट कंपनी के इंदौर हाल ग्रीन पार्क निवासी लॉजिस्टिक मैनेजर शशांक निगम, दूसरी गाड़ी में चल रहे गनर धर्मेंद्र व पुलिस गनर संदीप पाल को तथ्यों के मिलान। पूछताछ आदि के लिए रोका गया था। तभी से वे पुलिस जांच में शामिल हैं। पुलिस ही उनके खाने पीने से लेकर थाने में रुकने आदि का इंतजाम कर रही है। हालांकि बुधवार सुबह तथ्य साफ होने पर तय किया गया कि इन्हें इनके घरों को भेज दिया जाए। मगर उससे पहले निर्णय हुआ कि संदीप के परिवार को बुलाकर उनके साथ ही इन्हें भेजा जाए। ताकि उनकी सहमति भी रहेगी। इस पर संदीप परिवार से जब संपर्क हुआ तो वे शुद्धि के कारण नहीं हा सके। सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय के अनुसार अभी तथ्यों का मिलान जारी है। जांच में अन्य बिंदुओं पर भी इन लोगों से मदद ली जा रही है। बृहस्पतिवार को संदीप के परिवार के आने पर इन्हें उनके साथ भेजा जा सकता है।