उत्तर प्रदेश के महोबा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जुन सहायक परियोजना समेत 3264.74 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण किया वहीं विपक्ष पर भी जमकर हमला किया। पीएम ने एक ओर बुंदेलखंड को विकास की सौगात दी वहीं बिना नाम लिए पूर्व की सरकारों पर निशाना साधा। तीन तालाक को खत्म करने के लिए महोबा को पीएम ने शुरुआत के लिए चुना था। आज उन्होंने कहा कि तीन तलाक खत्म हो चुका है। आल्हा ऊदल की वीर भूमि महोबा ऐसे कई फैसलों की साक्षी रही है। हम आपको महोबा में पीएम मोदी के भाषण की दस बड़ी बातें बता रहे हैं।
1- पीएम मोदी ने जन सभा को संबोधित करते हुए कहा महोबा के वासियों को हमाओ कोटि कोटि प्रणाम। महोबा की धरती पर आकर एक अलग ही अनुभूति होती है। गुलामी के उस दौर में भारत में नई चेतना जगाने वाले गुरुनानक देव जी का आज प्रकाश पर्व भी है। मैं देश और दुनिया के लोगों को गुरु पूरब की भी शुभकामनाएं देता हूं। आज ही भारत की वीर बेटी, बुंदेलखंड की शान, वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती भी है।
2- बीते 7 सालों में हम कैसे सरकार को दिल्ली के बंद कमरों से निकालकर देश के कोने-कोने में ले आए हैं, महोबा उसका साक्षात गवाह है। ये धरती ऐसी योजनाओं, ऐसे फैसलों की साक्षी रही है, जिन्होंने देश की गरीब माताओं-बहनों-बेटियों के जीवन में बड़े और सार्थक बदलाव किए हैं।
3- पुरानी सरकारों ने बुंदेलखंड को लूटा। 2017 में योगी सरकार आने के बाद अर्जुन सहायक परियोजना पर काम शुरु किया गया। अभी तक बुंदेलखंड ने सिर्फ लूटने वाली सरकारें देखी हैं पहली बार काम करने वाली सरकार देख रहे हैं।
4- समय के साथ यही क्षेत्र पानी की चुनौतियों और पलायन का केंद्र कैसे बन गया? क्यों इस क्षेत्र में लोग अपनी बेटी को ब्याहने से कतराने लगे, क्यों यहां की बेटियां पानी वाले क्षेत्र में शादी की कामना करने लगीं। इन सवालों के जवाब महोबा के लोग, बुंदेलखंड के लोग जानते हैं। बुंदेलखंड को लूटकर पहले की सरकार चलाने वालों ने अपने परिवार का भला किया। आपका परिवार बूंद-बूंद के लिए तरसता रहे, इससे उनको कोई सरोकार नहीं रहा।
5- दशकों तक बुंदेलखंड के लोगों ने लूटने वाली सरकारें देखीं हैं। पहली बार बुंदेलखंड के लोग, यहां के विकास के लिए काम करने वाली सरकार को देख रहे हैं। वो उत्तर प्रदेश को लूटकर नहीं थकते थे, हम काम करते-करते नहीं थकते हैं।
6- किसानों को हमेशा समस्याओं में उलझाए रखना ही कुछ राजनीतिक दलों का आधार रहा है। ये समस्याओं की राजनीति करते हैं और हम समाधान की राष्ट्रनीति करते हैं। केन-बेतवा लिंक का समाधान भी हमारी ही सरकार ने निकाला है, सभी पक्षों से संवाद करके रास्ता निकाला है।
7- परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थीं। वो किसानों के नाम से घोषणाएं करते थे, लेकिन किसान तक पाई भी नहीं पहुंचती थी। जबकि पीएम किसान सम्मान निधि से हमने अब तक 1 लाख 62 हज़ार करोड़ रुपए सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे हैं।
8- पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने केवल अपने परिवारों का भला किया, कर्मयोगियों की सरकार ने नल से जल दिया है। परिवारवादी सरकारों ने हमेशा सुविधाओं से लोगों को वंचित रखा। हमने आंगनवाड़ी तक जल पहुंचाया। गुजरात के कच्छ की हालत भी बुंदेलखंड जैसी ही थी। लोग वहां से पलायन कर रहे थे लेकिन मुझे सेवा का अवसर मिला तो कच्छ आजकल देश के सबसे तेजी से विकास करने वाले जिलों में एक है। मुझे पूरा भरोसा है कि बुंदेलखंड भी वैसा ही विकास अपना सकता है।
9- महोबा से ही हमने तीन तलाक खत्म करने का वादा किया था। इसे पूरा किया गया। बुंदेलखंड हमेशा से जल संरक्षण के लिए मशहूर रहा है। पानी को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए। 3000 करोड़ से अधिक की लागत से बनी इस सिंचाई परियोजना से बुंदेलखंड के लाखों परिवारों को लाभ होगा। चार लाख से अधिक लोगों को पीने का शुद्ध पानी मिलेगा। पीढ़ियों से जिस पानी का इंतजार था वह इंतजार आज खत्म होने जा रहा है।
10- जब माफियाओं पर बुलडोजर चल रहा है तो कुछ लोग हाय तौबा मचा रहे हैं, लेकिन यह लोग कितना भी हाय तौबा मचायें यूपी और बुंदेलखंड के काम रुकने वाले नहीं हैं। इन लोगों ने बुंदेलखंड के साथ जैसा बर्ताव किया उसे लोग कभी भूल नहीं सकते। पहले की सरकार चलाने वालों ने ताल तलैया के नाम पर फीते तो बहुत काटे लेकिन यह नहीं बताया कि बिना भू-जल संरक्षण के नालों में ताल तलैया में पानी कैसे आएगा( पिछली सरकारों ने अपने परिवार के लिए तो सब कुछ किया लेकिन बुंदेलखंड को बूंद-बूंद के लिए तरसा दिया।