भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की मुश्किलें अभी और बढ़ेंगी। भारतीय किसान यूनियन को अगले दस दिन के भीतर फिर से तगड़ा झटका लग सकता है। भाकियू को पश्चिमी यूपी में नया संगठन चुनौती दे सकता है। चर्चा है कि भाकियू अराजनैतिक वेस्ट यूपी में सेंधमारी की तैयारी कर रहा है। वहीं नए संगठन में संरक्षक बनाए गए गठवाला खाप के चौधरी राजेंद्र मलिक के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। अब रणनीतिकार गुणा-भाग करने में जुट गए हैं।
बिखराव के बाद बने नए संगठन में कई और बड़े चेहरे शामिल हो सकते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नए संगठन के विस्तर को लेकर जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। किसान सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। पश्चिम उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द होगी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खाप चौधरियों ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए 17 अक्तूबर 1986 को संगठन की नींव रखी थी, लेकिन पिछले 32 सालों में समय-समय पर संगठन में बिखराव और फूट देखने को मिली। नाराज पदाधिकारियों और समर्थकों ने हाल ही में नए संगठन के गठन की घोषण कर दी। भाकियू अराजनैतिक के गठन के बाद अब संगठन के जिलों और गांवों तक विस्तार करने पर मंथन शुरू हो गया है।
बिखराव के बाद बने नए संगठन में कई और बड़े चेहरे शामिल हो सकते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नए संगठन के विस्तर को लेकर जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। किसान सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। पश्चिम उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष की नियुक्ति जल्द होगी।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खाप चौधरियों ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए 17 अक्तूबर 1986 को संगठन की नींव रखी थी, लेकिन पिछले 32 सालों में समय-समय पर संगठन में बिखराव और फूट देखने को मिली। नाराज पदाधिकारियों और समर्थकों ने हाल ही में नए संगठन के गठन की घोषण कर दी। भाकियू अराजनैतिक के गठन के बाद अब संगठन के जिलों और गांवों तक विस्तार करने पर मंथन शुरू हो गया है।