पंजाब में गैंगवार: लॉरेंस-गोल्डी के बीच टकराव... US में बैठे गैंगस्टर को दिखाया पैरी की हत्या का लाइव वीडियो
गैंगस्टर पैरी की मौत चंडीगढ़ में गैंगवार की एक बार फिर शुरुआत बताई जा रही है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और पैरी की दोस्ती चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज के दिनों से थी। लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच टकराव बढ़ने के बाद से चंडीगढ़ पुलिस इस हत्याकांड को गैंगवार के रूप में देख रही है।
विस्तार
लॉरेंस बिश्नोई के जिगरी दोस्त गैंगस्टर इंदरप्रीत सिंह उर्फ पैरी की सोमवार देर शाम करीब 6.15 बजे सेक्टर-26 टिंबर मार्केट में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। पैरी की मौत चंडीगढ़ में गैंगवार की एक बार फिर शुरुआत बताई जा रही है। पैरी को मरवाने वाले उसके करीबी ही बताये जा रहे हैं। टिंबर मार्केट में जब पैरी अपनी कीया कार में जा रहा था, अचानक से उसकी कार के आगे दूसरी कार आकर घेरकर खड़ी हो गई।
जितनी देर में पैरी कुछ समझता उस पर बदमाशों ने गोलियां बरसानी शुरू कर दी। पैरी के छाती, कंधे और पीठ पर करीब पांच गोलियां लगी। पैरी पर जब दूसरे गैंग के गैंगस्टर गोलियां चला रहे थे, उसमें से एक लाइव वीडियो कॉल कर यूएस में बैठे एक गैंगस्टर को इस हत्याकांड के पूरे घटनाक्रम को दिखा रहा था। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और पैरी की दोस्ती चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज के दिनों से थी।
लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के बीच टकराव से गैंगवार की आशंका
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच टकराव बढ़ने के बाद से चंडीगढ़ पुलिस इस हत्याकांड को गैंगवार के रूप में देख रही है। पुलिस को आशंका है कि कहीं गोल्डी बराड़ के गुर्गों ने तो पैरी पर यह जानलेवा हमला नहीं किया। पैरी के पास से उसका मोबाइल फोन बरामद हुआ है, आखिरी बार उसकी किससे बातचीत हुई थी, पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।
चंडीगढ़ और पंजाब में 12 केस दर्ज हैं पैरी पर
इंदरप्रीत सिंह उर्फ पैरी पर पंजाब और चंडीगढ़ में 12 केस दर्ज हैं। इनमें रंगदारी, हथियारों की सप्लाई, जान से मारने की धमकी देने, हत्या और हत्या की साजिश रचने जैसे कई संगीन मामले भी दर्ज हैं।सेक्टर-33 के रहने वाले पैरी को जनवरी 2023 में पंजाब के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने भी गिरफ्तार किया था। पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्याकांड का षड्यंत्र रचने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ व लॉरेंस के साथी और डेराप्रेमी प्रदीप कुमार की हत्या में शामिल आरोपी गैंगस्टर इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी को उस समय पंंजाब पुलिस ने मंडी के सुंदरनगर से दबोचा था। पैरी पंजाब में लॉरेंस बिश्नोई की पेशी के समय ढाबे के पास से पुलिस की हिरासत से फरार कराने में शामिल था। उस समय लॉरेंस को नेपाल से दबोचा गया था।
लॉरेंस और गोल्डी बराड़ की गैंग को ट्राईसिटी में संभालता था
लॉरेंस के करीबीयों की मानें तो इंदरप्रीत सिंह उर्फ पैरी लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के लिए चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में गैंग संभालता था। ट्राईसिटी के कई नामी क्लब, डिस्कोथेक और बार से पैरी रंगदारी लेकर गैंग तक पहुंचाता था। मार्च 2022 में चंडीगढ़ पुलिस ने पैरी को रंगदारी मांगने के मामले में दबोचा था। उस समय भी पैरी पर शहर के आढ़तियों, ट्रांसपोर्टरों और क्लब संचालकों से रंगदारी मांगने के मामले सामने आए थे। पैरी को चंडीगढ़ पुलिस ने मार्च 2022 में आर्म्स एक्ट केस में गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से दो पिस्तौल बरामद किए थे। इस मामले में वह करीब 2 महीने बुड़ैल जेल में रहा, जिसके बाद उसकी जमानत हो गई।
सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी पुलिस
पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच शुरू कर दी है और संदिग्धों की पहचान की कोशिश की जा रही है। शुरुआती जांच में यह संकेत मिले हैं कि पैरी की हत्या उसके करीबी ही कर सकते हैं। घटना ने ट्राईसिटी में अपराधियों के बीच तनाव और रंगदारी की भयावहता को उजागर कर दिया है। लोगों में डर का माहौल है। सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।
कॉलेज टाइम से दोस्त थे पैरी और लॉरेंस
पैरी और लॉरेंस की दोस्ती डीएवी कॉलेज के दिनों से मानी जाती है। पैरी सोपू का पूर्व नेता भी था। गोल्डी बराड़ के साथ टकराव ने ट्राईसिटी में अपराध की वारदात को और खतरनाक बना दिया है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनते ही आसपास के लोग इधर-उधर भाग गए। पुलिस अभी पूरे इलाके में सघन छानबीन कर रही है।
पिता पंजाब पुलिस से रिटायर व भाई है एएसआई
पैरी के पिता सतिंदर पाल पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर रह चुके हैं और अब रिटायर हैं। पैरी का एक बड़ा भाई भी पंजाब पुलिस में एएसआई के पद पर कार्यरत है। पैरी की लगभग सवा महीने पहले 19 अक्टूबर को अंबाला में शादी हुई थी। शादी में राजनीतिक और उद्योग जगत के कई नामी लोग शामिल हुए थे।
सड़क से मिले पांच खोल
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर आईजी पुष्पेंद्र कुमार, एसएसपी कंवरदीप कौर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे। पुलिस ने सड़क से पांच और कार से कुछ खोल बरामद किए हैं। दो गोलियां कार के बोनट और दो शीशे पर लगी मिलीं। आईजी और उनकी टीम ने लगभग डेढ़ घंटे तक टॉर्च की रोशनी में अन्य गोलियों के खोल खंगाले।