फिरोजपुर। जलालाबाद के गांव घांगाखुर्द में दंपती और उनकी नाबालिग बेटी को नीम के पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटने के अलावा कपड़े फाड़कर अश्लील हरकत करने के मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के चेयरमैन विजय सांपला ने कड़ा नोटिस लिया है। इस मामले में आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं किए जा सकें हैं। इस मामले में थाना अमीर खास पुलिस ने आरोपी बचनों बाई, मुख्तयार सिंह, मिंटू, चेनी, नेकी, मीती एवं मानी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
चेयरमैन ने पंजाब की मुख्य सचिव और डीजीपी को उक्त मामले में तुरंत कार्रवाई करके उसकी रिपोर्ट आयोग को भेजने के आदेश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि यह वारदात 27 अगस्त को जलालाबाद के गांव घांगाखुर्द में हुई थी। इसकी एक वीडियो तैयार कर आरोपियों ने सोशल मीडिया पर वायरल की थी। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने पंजाब के चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी के साथ-साथ फिरोजपुर रेंज के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस, फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी को पत्र लिखा है कि इस मामले की जांच करके इसकी रिपोर्ट आयोग को सौंपी जाए।
सांपला ने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों न्याय दिलाना आयोग की प्राथमिकता है। अगर आयोग को निश्चित समय पर जवाब नहीं मिला तो आयोग संविधान की धारा 338 के तहत मिली सिविल कोर्ट की पावर का उपयोग करते हुए संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत तौर आयोग के सामने हाजिर होने के समन जारी किए जाएंगे।
ये था मामला
सूत्रों के मुताबिक आरोपी दंपती की नाबालिग बेटी से जबरदस्ती गलत धंधा करवाना चाहते थे। इस बात का दंपती विरोध करते थे। इसी बात पर आरोपियों की इनके साथ रंजिश थी। 27 अगस्त को दंपती और उनकी नाबालिग बेटी गुरुद्वारे में माथा टेक रात के समय घर लौट रहे थे कि आरोपियों ने तीनों को रास्ते में घेर लिया और अपने घर ले गए। घर के प्रांगण में लगे नीम के पेड़ से तीनों को बांध दिया और बुरी तरह पीटा। यही नहीं आरोपियों ने मां-बेटी के कपड़े फाड़कर उनके साथ अश्लील हरकतें की। आरोपियों ने पूरी वारदात की एक वीडियो तैयार कर दंपती और उनकी बेटी को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल कर दी।
फिरोजपुर। जलालाबाद के गांव घांगाखुर्द में दंपती और उनकी नाबालिग बेटी को नीम के पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटने के अलावा कपड़े फाड़कर अश्लील हरकत करने के मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के चेयरमैन विजय सांपला ने कड़ा नोटिस लिया है। इस मामले में आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं किए जा सकें हैं। इस मामले में थाना अमीर खास पुलिस ने आरोपी बचनों बाई, मुख्तयार सिंह, मिंटू, चेनी, नेकी, मीती एवं मानी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
चेयरमैन ने पंजाब की मुख्य सचिव और डीजीपी को उक्त मामले में तुरंत कार्रवाई करके उसकी रिपोर्ट आयोग को भेजने के आदेश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि यह वारदात 27 अगस्त को जलालाबाद के गांव घांगाखुर्द में हुई थी। इसकी एक वीडियो तैयार कर आरोपियों ने सोशल मीडिया पर वायरल की थी। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने पंजाब के चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी के साथ-साथ फिरोजपुर रेंज के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस, फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी को पत्र लिखा है कि इस मामले की जांच करके इसकी रिपोर्ट आयोग को सौंपी जाए।
सांपला ने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों न्याय दिलाना आयोग की प्राथमिकता है। अगर आयोग को निश्चित समय पर जवाब नहीं मिला तो आयोग संविधान की धारा 338 के तहत मिली सिविल कोर्ट की पावर का उपयोग करते हुए संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत तौर आयोग के सामने हाजिर होने के समन जारी किए जाएंगे।
ये था मामला
सूत्रों के मुताबिक आरोपी दंपती की नाबालिग बेटी से जबरदस्ती गलत धंधा करवाना चाहते थे। इस बात का दंपती विरोध करते थे। इसी बात पर आरोपियों की इनके साथ रंजिश थी। 27 अगस्त को दंपती और उनकी नाबालिग बेटी गुरुद्वारे में माथा टेक रात के समय घर लौट रहे थे कि आरोपियों ने तीनों को रास्ते में घेर लिया और अपने घर ले गए। घर के प्रांगण में लगे नीम के पेड़ से तीनों को बांध दिया और बुरी तरह पीटा। यही नहीं आरोपियों ने मां-बेटी के कपड़े फाड़कर उनके साथ अश्लील हरकतें की। आरोपियों ने पूरी वारदात की एक वीडियो तैयार कर दंपती और उनकी बेटी को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल कर दी।