मोगा। शहर के नामी अस्पताल में उपचार के दौरान एक नवजात की बाजू जल गई। बच्चे के परिजनों की शिकायत पर थाना मेहना पुलिस ने आरोपी डाक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले की जांच कर रहे एएसआई ने बताया कि शिकायतकर्ता नीतू गुप्ता निवासी परवाना नगर मोगा ने 31 मार्च 2022 को पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाए थे कि उसकी बेटी प्राची ने 12 सितंबर 2021 को जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था।
प्री-मेच्योर डिलीवरी होने के कारण दोनों बच्चों का वजन कम था, जिसके चलते मोगा मेडीसिटी अस्पताल की डाक्टर मिलन जे नकूम ने उन्हें कहा था कि दोनों बच्चों को कुछ दिन तक अस्पताल में केयरिंग मशीन के अंदर रखा जाएगा। इस दौरान डाक्टर ने जिम्मेदारी ली थी कि वह दोनों बच्चों को पूरी तरह से ठीक करेगी, लेकिन उपचार के दौरान ही केयरिंग मशीन का तापमान ज्यादा होने के कारण एक नवजात की बाजू जल गई। इस लापरवाही को डाक्टर ने खुद शिकायतकर्ता व उसके परिवार के सामने कबूल किया और कहा कि वह बच्चे का उपचार कर उसे ठीक करके परिवार को देगी। मगर घायल बच्चे के इलाज पर करीब दस लाख रुपये खर्च आता देख डाक्टर ने बिना उपचार के ही दोनों बच्चे परिवार को सौंप दिए। इसके बाद पीड़ित परिवार ने मजबूरी में पुलिस के पास आरोपी डॉक्टर के खिलाफ शिकायत कर दी। उक्त मामले की जांच थाना सिटी साउथ के प्रभारी से करवाई गई तो आरोप सही पाए जाने पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर मिलन जे नकूम के खिलाफ थाने मेहना में केस दर्ज कर लिया। जांच अधिकारी के अनुसार फिलहाल आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी बाकी है।
मोगा। शहर के नामी अस्पताल में उपचार के दौरान एक नवजात की बाजू जल गई। बच्चे के परिजनों की शिकायत पर थाना मेहना पुलिस ने आरोपी डाक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले की जांच कर रहे एएसआई ने बताया कि शिकायतकर्ता नीतू गुप्ता निवासी परवाना नगर मोगा ने 31 मार्च 2022 को पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाए थे कि उसकी बेटी प्राची ने 12 सितंबर 2021 को जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था।
प्री-मेच्योर डिलीवरी होने के कारण दोनों बच्चों का वजन कम था, जिसके चलते मोगा मेडीसिटी अस्पताल की डाक्टर मिलन जे नकूम ने उन्हें कहा था कि दोनों बच्चों को कुछ दिन तक अस्पताल में केयरिंग मशीन के अंदर रखा जाएगा। इस दौरान डाक्टर ने जिम्मेदारी ली थी कि वह दोनों बच्चों को पूरी तरह से ठीक करेगी, लेकिन उपचार के दौरान ही केयरिंग मशीन का तापमान ज्यादा होने के कारण एक नवजात की बाजू जल गई। इस लापरवाही को डाक्टर ने खुद शिकायतकर्ता व उसके परिवार के सामने कबूल किया और कहा कि वह बच्चे का उपचार कर उसे ठीक करके परिवार को देगी। मगर घायल बच्चे के इलाज पर करीब दस लाख रुपये खर्च आता देख डाक्टर ने बिना उपचार के ही दोनों बच्चे परिवार को सौंप दिए। इसके बाद पीड़ित परिवार ने मजबूरी में पुलिस के पास आरोपी डॉक्टर के खिलाफ शिकायत कर दी। उक्त मामले की जांच थाना सिटी साउथ के प्रभारी से करवाई गई तो आरोप सही पाए जाने पर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर मिलन जे नकूम के खिलाफ थाने मेहना में केस दर्ज कर लिया। जांच अधिकारी के अनुसार फिलहाल आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी बाकी है।