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Ludhiana: ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करवाने के लिए एतिआणा के किसान परेशान, सीएम को देंगे शिकायत पत्र
संवाद न्यूज एजेंसी, हलवारा (पंजाब)
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Wed, 12 Nov 2025 02:08 PM IST
सार
लखवीर सिंह ने बताया कि 16 नवंबर को शहीद करतार सिंह सराभा की बरसी पर सरकारी समागम में भाग लेने आ रहे मुख्यमंत्री भगवंत मान को मिलकर शिकायत पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री को मिलने के समय मांगा गया है जिसे मंजूर कर लिया गया है।
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अपनी परेशानी बताते किसान
- फोटो : संवाद
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विस्तार
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हलवारा के निर्माण के लिए अपनी 162 एकड़ जमीन देने वाले एतिआणा गांव के किसानों का पीछा मुसीबतें नहीं छोड़ रही। किसानों का कहना है कि ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने के लिए पॉवरकाम विभाग ने उन्हें नाकों चने चबवा दिए हैं। बार बार धरना प्रदर्शन करने और सरकारी दफ्तरों की खाक छान कर थक चुके किसानों ने अब अपना विरोध दर्ज करवाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने का निर्णय लिया है।
एयरपोर्ट संघर्ष कमेटी के प्रधान एतिआणा के पूर्व सरपंच लखवीर सिंह की अगुवाई में बुधवार को कमेटी के सदस्यों, किसान जत्थेबंदियों के नेता और किसानों ने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हलवारा के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन करके पंजाब सरकार को मांगें पूरी करने की अपील की।
लखवीर सिंह ने बताया कि 16 नवंबर को शहीद करतार सिंह सराभा की बरसी पर सरकारी समागम में भाग लेने आ रहे मुख्यमंत्री भगवंत मान को मिलकर शिकायत पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री को मिलने के समय मांगा गया है जिसे मंजूर कर लिया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि एयरपोर्ट के लिए 162 एकड़ ज़मीन देने वाले किसानों को ग्लाडा अधिकारियों से कृषि ट्यूबवेल का मुआवज़ा पाने के लिए सात साल तक दफ़्तरों के धक्के खाने पड़े। अब पावरकॉम के अधिकारी ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने से साफ इनकार कर रहे हैं।
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि इससे पहले ग्लाडा और पॉवरकाम ने कई प्रभावित किसानों के कृषि ट्यूबवेल ऑनलाइन रिकॉर्ड से स्वैप (गायब) ही कर दिए थे, जिन्हें दोबारा ढूंढकर ऑनलाइन करने और मुआवज़ा लेने में सात साल से ज़्यादा समय लग गया। किसान महिंदर सिंह को तो सात साल बाद इसी वर्ष 9 मई को ट्यूबवेल का मुआवज़ा मिला, लेकिन अब सभी को ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं।
कोलकाता के मशहूर ट्रांसपोर्ट व्यवसायी और एतिआणा के अमीर किसान सोहन सिंह कलकत्ता, महिंदर सिंह,लाल सिंह और बचन सिंह आदि कई किसानों का ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने से पॉवरकाम अधिकारीयों ने साफ इनकार कर दिया है, उन्हें कहा गया कि सरकारी मापदंडों और कानून के मुताबिक ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने की समय सीमा निकल चुकी है। पॉवरकाम ने उनके ट्यूबवेल कनेक्शन काट कर स्वैप कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब उनका आखिरी सहारा मुख्यमंत्री भगवंत मान ही बचे हैं जो खुद को किसान हितैषी कहते हैं।
पावरकॉम सुधार के एसडीओ जसजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने स्तर पर रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी है। उन्होंने बताया कि ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने की समय सीमा निकल जाने के कारण पटियाला मुख्यालय से मंजूरी लेनी होगी जिसकी कागजी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
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एयरपोर्ट संघर्ष कमेटी के प्रधान एतिआणा के पूर्व सरपंच लखवीर सिंह की अगुवाई में बुधवार को कमेटी के सदस्यों, किसान जत्थेबंदियों के नेता और किसानों ने अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट हलवारा के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन करके पंजाब सरकार को मांगें पूरी करने की अपील की।
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लखवीर सिंह ने बताया कि 16 नवंबर को शहीद करतार सिंह सराभा की बरसी पर सरकारी समागम में भाग लेने आ रहे मुख्यमंत्री भगवंत मान को मिलकर शिकायत पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री को मिलने के समय मांगा गया है जिसे मंजूर कर लिया गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि एयरपोर्ट के लिए 162 एकड़ ज़मीन देने वाले किसानों को ग्लाडा अधिकारियों से कृषि ट्यूबवेल का मुआवज़ा पाने के लिए सात साल तक दफ़्तरों के धक्के खाने पड़े। अब पावरकॉम के अधिकारी ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने से साफ इनकार कर रहे हैं।
किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि इससे पहले ग्लाडा और पॉवरकाम ने कई प्रभावित किसानों के कृषि ट्यूबवेल ऑनलाइन रिकॉर्ड से स्वैप (गायब) ही कर दिए थे, जिन्हें दोबारा ढूंढकर ऑनलाइन करने और मुआवज़ा लेने में सात साल से ज़्यादा समय लग गया। किसान महिंदर सिंह को तो सात साल बाद इसी वर्ष 9 मई को ट्यूबवेल का मुआवज़ा मिला, लेकिन अब सभी को ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं।
कोलकाता के मशहूर ट्रांसपोर्ट व्यवसायी और एतिआणा के अमीर किसान सोहन सिंह कलकत्ता, महिंदर सिंह,लाल सिंह और बचन सिंह आदि कई किसानों का ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने से पॉवरकाम अधिकारीयों ने साफ इनकार कर दिया है, उन्हें कहा गया कि सरकारी मापदंडों और कानून के मुताबिक ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने की समय सीमा निकल चुकी है। पॉवरकाम ने उनके ट्यूबवेल कनेक्शन काट कर स्वैप कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब उनका आखिरी सहारा मुख्यमंत्री भगवंत मान ही बचे हैं जो खुद को किसान हितैषी कहते हैं।
पावरकॉम सुधार के एसडीओ जसजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने स्तर पर रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी है। उन्होंने बताया कि ट्यूबवेल कनेक्शन स्थानांतरित करने की समय सीमा निकल जाने के कारण पटियाला मुख्यालय से मंजूरी लेनी होगी जिसकी कागजी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।