आंदोलन में शामिल किसान और समर्थन देने वाले लोगों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा नोटिस भेजे जाने पर युवा अकाली दल ने तीखी प्रतिक्रिया की है। पंजाब भर में इसके विरोध में युवा अकाली के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के पुतले फूंके। इस दौरान प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार एनआईए का दुरुपयोग कर रही है।
लुधियाना में भी प्रदर्शन
कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के समय प्रदेश में करोड़ों का लंगर व राशन लोगों को विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं और संगठनों ने वितरित किया था। उस समय एनआईए ने किसी संगठन को नोटिस भेज धन का स्रोत नहीं पूछा।
अब किसान आंदोलन में सहयोग करने वाले लोगों को क्यों नोटिस भेजे जा रहे हैं। यह विचार लुधियाना के यूथ अकाली दल जिला प्रधान गुरदीप गोशा ने व्यक्त किए। वह गुरुवार को लुधियाना में एनआईए की तरफ से भेजे जा रहे नोटिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस मौके पर यूथ नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रधानमंत्री का पुतला फूंका।
गुरदीप गोशा ने कहा कि किसान आंदोलन को देखकर केंद्र सरकार डर चुकी है। इसलिए किसान आंदोलन में हिस्सा लेने वाले लोगों को एनआईए साजिश के तहत नोटिस पर नोटिस भेज रही है। दिल्ली स्थित एनआईए हेडक्वार्टर पर घंटों पूछताछ कर परेशान किया जा रहा है। ताकि किसी तरह लोगों को आंदोलन से दूर किया जा सके।
पंजाब के लोग केंद्र सरकार की इस साजिश को समझ चुके हैं, वह किसी कीमत पर इससे पीछे नहीं हटेेंगे। 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च को हर हाल में निकाल जाएगा। अकाली दल किसानों के साथ है, इस मार्च को हर हाल में कामयाब किया जाएगा।
केंद्र सरकार एनआईए का कर रही दुरुपयोग
युवा अकाली दल ने गुरुवार को बठिंडा में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री अमित शाह के पुतले फूंके। यूथ अकाली दल के नेताओं ने आरोप लगाया कि
शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ केंद्र सरकार एनआईए का दुरुपयोग कर रही है। जिसका शिअद की तरफ से विरोध किया जा रहा है।
युवा अकाली दल के अध्यक्ष परमबंस सिंह बंटी रोमाणा ने प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों को इतिहास से सबक सीखना चाहिए। पंजाब के लोगों ने हमेशा जुल्म करने वाली सरकारों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकारी तंत्र से किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है।
मुक्तसर : युवा अकाली दल ने फूंका पीएम का पुतला
युवा अकाली दल ने गुरुवार को देहात अध्यक्ष आकाशदीप सिंह मिड्ढूखेड़ा की अगुवाई में मिनी सचिवालय के समक्ष केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया। शिअद नेताओं ने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर भड़ास निकाली। साथ ही कानून रद्द न होने तक संघर्ष यूं ही जारी रखने की बात कही।
आंदोलन में शामिल किसान और समर्थन देने वाले लोगों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा नोटिस भेजे जाने पर युवा अकाली दल ने तीखी प्रतिक्रिया की है। पंजाब भर में इसके विरोध में युवा अकाली के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के पुतले फूंके। इस दौरान प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार एनआईए का दुरुपयोग कर रही है।
लुधियाना में भी प्रदर्शन
कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के समय प्रदेश में करोड़ों का लंगर व राशन लोगों को विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं और संगठनों ने वितरित किया था। उस समय एनआईए ने किसी संगठन को नोटिस भेज धन का स्रोत नहीं पूछा।
अब किसान आंदोलन में सहयोग करने वाले लोगों को क्यों नोटिस भेजे जा रहे हैं। यह विचार लुधियाना के यूथ अकाली दल जिला प्रधान गुरदीप गोशा ने व्यक्त किए। वह गुरुवार को लुधियाना में एनआईए की तरफ से भेजे जा रहे नोटिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस मौके पर यूथ नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रधानमंत्री का पुतला फूंका।
गुरदीप गोशा ने कहा कि किसान आंदोलन को देखकर केंद्र सरकार डर चुकी है। इसलिए किसान आंदोलन में हिस्सा लेने वाले लोगों को एनआईए साजिश के तहत नोटिस पर नोटिस भेज रही है। दिल्ली स्थित एनआईए हेडक्वार्टर पर घंटों पूछताछ कर परेशान किया जा रहा है। ताकि किसी तरह लोगों को आंदोलन से दूर किया जा सके।
पंजाब के लोग केंद्र सरकार की इस साजिश को समझ चुके हैं, वह किसी कीमत पर इससे पीछे नहीं हटेेंगे। 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च को हर हाल में निकाल जाएगा। अकाली दल किसानों के साथ है, इस मार्च को हर हाल में कामयाब किया जाएगा।
केंद्र सरकार एनआईए का कर रही दुरुपयोग
युवा अकाली दल ने गुरुवार को बठिंडा में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री अमित शाह के पुतले फूंके। यूथ अकाली दल के नेताओं ने आरोप लगाया कि
शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों और उनका समर्थन करने वालों के खिलाफ केंद्र सरकार एनआईए का दुरुपयोग कर रही है। जिसका शिअद की तरफ से विरोध किया जा रहा है।
युवा अकाली दल के अध्यक्ष परमबंस सिंह बंटी रोमाणा ने प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों को इतिहास से सबक सीखना चाहिए। पंजाब के लोगों ने हमेशा जुल्म करने वाली सरकारों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकारी तंत्र से किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है।
मुक्तसर : युवा अकाली दल ने फूंका पीएम का पुतला
युवा अकाली दल ने गुरुवार को देहात अध्यक्ष आकाशदीप सिंह मिड्ढूखेड़ा की अगुवाई में मिनी सचिवालय के समक्ष केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया। शिअद नेताओं ने कृषि कानूनों का विरोध करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर भड़ास निकाली। साथ ही कानून रद्द न होने तक संघर्ष यूं ही जारी रखने की बात कही।