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Mohali News: सालों बाद गेटवे सिटी में होगा विकास, पार्क बनाने की तैयारी में गमाडा
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मोहाली। लंबे समय से रुके गेटवे सिटी, सेक्टर 118-119 के पार्कों के विकास कार्य को अब फिर से गति मिलने जा रही है। पुडा ने यहां पर सिविल, पीएच, इलेक्ट्रिकल और हॉर्टीकल्चर कार्यों को मंजूरी दे दी है। यह काम पहले मुकदमेबाजी के चलते रुका हुआ था, लेकिन अब विवाद सुलझने के बाद इन पार्कों का विकास दोबारा शुरू किया जा रहा है। इसे लेकर पुडा ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है और प्रक्रिया पूरी होते ही इस पर काम भी शुरू कर दिया जाएगा। पुडा ने साफ कहा है कि यह काम तय समय में पूरा होगा। इस काम पर गमाडा करीब आठ करोड़ रुपये खर्च करेगा।
जानकारी के अनुसार गमाडा ने साल 2014 में गेटवे सिटी स्कीम लांच किया था। मौजूदा समय में इस सिटी में काफी विकास हुआ है। लोगों ने अपने आशियाना भी बना लिए है। सिटी में कुछ लिटिगेशन के चलते पार्क नहीं बन पाए थे। अब विवाद सुलझने के बाद इन पार्कों का विकास दोबारा शुरू किया जा रहा है। गमाडा के अधिकारियों के अनुसार, पार्कों में वॉकिंग ट्रैक, लाइटिंग सिस्टम, पानी की निकासी, सिंचाई व्यवस्था और हरियाली पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि निवासियों को एक स्वच्छ और बेहतर वातावरण मिल सके। पुडा के एक्सईएन बीरेंद्र कुमार का कहना है कि गेटवे सिटी जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट में पार्कों का विकास प्राथमिकता में है। काम पूरा होने के बाद यह इलाका शहर के सबसे सुंदर और सुव्यवस्थित क्षेत्रों में शामिल होगा। स्थानीय निवासियों ने गमाडा के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि लंबे समय से रुके विकास कार्यों के पूरे होने से क्षेत्र में न केवल सौंदर्य बढ़ेगा, बल्कि लोगों को राहत भी मिलेगी। संवाद
पहले रास्ता, फिर पार्क, सालों बाद भी गेटवे सिटी को नहीं मिला पक्का रास्ता
पुडा की ओर से एयरपोर्ट रोड के साथ साल 2014 में लांच की गई गेटवे सिटी परियोजना आज भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जूझ रही है। लाखों रुपये कीमत के प्लॉट खरीदने के बावजूद यहां के निवासियों को न पक्का रास्ता मिला और न ही सीवरेज की समस्या से समाधान। निवासियों का कहना है कि गेटवे सिटी का प्रवेश द्वार टीडीआई सिटी से होकर जाता है। लेकिन पुडा ने अब तक इस प्रोजेक्ट के लिए स्वतंत्र सड़क का निर्माण नहीं करवाया। इसके कारण यहां आने-जाने में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि गमाडा अब करोड़ों रुपये पार्कों के विकास कार्यों पर खर्च करने की तैयारी कर रहा है, जबकि प्रोजेक्ट को अभी तक बुनियादी ढांचा ही उपलब्ध नहीं कराया गया।
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जानकारी के अनुसार गमाडा ने साल 2014 में गेटवे सिटी स्कीम लांच किया था। मौजूदा समय में इस सिटी में काफी विकास हुआ है। लोगों ने अपने आशियाना भी बना लिए है। सिटी में कुछ लिटिगेशन के चलते पार्क नहीं बन पाए थे। अब विवाद सुलझने के बाद इन पार्कों का विकास दोबारा शुरू किया जा रहा है। गमाडा के अधिकारियों के अनुसार, पार्कों में वॉकिंग ट्रैक, लाइटिंग सिस्टम, पानी की निकासी, सिंचाई व्यवस्था और हरियाली पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि निवासियों को एक स्वच्छ और बेहतर वातावरण मिल सके। पुडा के एक्सईएन बीरेंद्र कुमार का कहना है कि गेटवे सिटी जैसे प्रमुख प्रोजेक्ट में पार्कों का विकास प्राथमिकता में है। काम पूरा होने के बाद यह इलाका शहर के सबसे सुंदर और सुव्यवस्थित क्षेत्रों में शामिल होगा। स्थानीय निवासियों ने गमाडा के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि लंबे समय से रुके विकास कार्यों के पूरे होने से क्षेत्र में न केवल सौंदर्य बढ़ेगा, बल्कि लोगों को राहत भी मिलेगी। संवाद
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पहले रास्ता, फिर पार्क, सालों बाद भी गेटवे सिटी को नहीं मिला पक्का रास्ता
पुडा की ओर से एयरपोर्ट रोड के साथ साल 2014 में लांच की गई गेटवे सिटी परियोजना आज भी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जूझ रही है। लाखों रुपये कीमत के प्लॉट खरीदने के बावजूद यहां के निवासियों को न पक्का रास्ता मिला और न ही सीवरेज की समस्या से समाधान। निवासियों का कहना है कि गेटवे सिटी का प्रवेश द्वार टीडीआई सिटी से होकर जाता है। लेकिन पुडा ने अब तक इस प्रोजेक्ट के लिए स्वतंत्र सड़क का निर्माण नहीं करवाया। इसके कारण यहां आने-जाने में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि गमाडा अब करोड़ों रुपये पार्कों के विकास कार्यों पर खर्च करने की तैयारी कर रहा है, जबकि प्रोजेक्ट को अभी तक बुनियादी ढांचा ही उपलब्ध नहीं कराया गया।