पटियाला। सरकारी राजिंदरा अस्पताल में करीब 700 मुलाजिमों की सेवाएं समाप्त करने के विरोध में दर्जा चार मुलाजिमों ने सोमवार को पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मुलाजिमों ने सुबह करीब आठ बजे ही तख्तियां लगाकर अस्पताल की ओपीडी बंद कर हड़ताल शुरू कर दी।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अवनीश कुमार के आश्वासन के बाद दोपहर करीब एक बजे हड़ताल खत्म कर ओपीडी खोली गई। ओपीडी बंद होने से मरीजों को परेशान होना पड़ा। दर्जा चार मुलाजिम नेता राम किशन ने बताया कि बीते दिनों मुलाजिमों ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से बैठक की थी।
इसमें मांगों को पूरा करने का आश्वासन तो दिया गया, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भर्ती पैरा मेडिकल, अटेंडेंट, टेक्निीशियन, सफाई सेवक, दर्जा चार व मल्टी टास्ंिकग स्टाफ ने दिन-रात काम किया है।
अब पंजाब सरकार ने 1822 मुलाजिमों की सेवाएं 30 सितंबर को खत्म करने का फैसला सुना दिया है। मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ. अवनीश कुमार ने कहा कि मांगों के हल के लिए मुलाजिमों साथ बैठक की गई है। जल्द ही कर्मियों की समस्याओं क समाधान करवा दिया जाएगा।
ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे बिशन नगर के गुलजार सिंह ने कहा कि उन्हें दिल की बीमारी है। सोमवार सुबह जब वह जांच करवाने आए तो पता चला कि हड़ताल के कारण ओपीडी बंद है। इसलिए अब उन्हें फिर से आना पड़ेगा।
इसी तरह पातडां से पहुंची बसंती देवी ने कहा कि कान में समस्या के चलते चेकअप को आई थी। अब उन्हें बिना इलाज वापस जाना पड़ रहा है। इस तरह मुलाजिमों की हड़ताल से मरीजों को परेशान होना पड़ा।
पटियाला। सरकारी राजिंदरा अस्पताल में करीब 700 मुलाजिमों की सेवाएं समाप्त करने के विरोध में दर्जा चार मुलाजिमों ने सोमवार को पंजाब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मुलाजिमों ने सुबह करीब आठ बजे ही तख्तियां लगाकर अस्पताल की ओपीडी बंद कर हड़ताल शुरू कर दी।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अवनीश कुमार के आश्वासन के बाद दोपहर करीब एक बजे हड़ताल खत्म कर ओपीडी खोली गई। ओपीडी बंद होने से मरीजों को परेशान होना पड़ा। दर्जा चार मुलाजिम नेता राम किशन ने बताया कि बीते दिनों मुलाजिमों ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से बैठक की थी।
इसमें मांगों को पूरा करने का आश्वासन तो दिया गया, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भर्ती पैरा मेडिकल, अटेंडेंट, टेक्निीशियन, सफाई सेवक, दर्जा चार व मल्टी टास्ंिकग स्टाफ ने दिन-रात काम किया है।
अब पंजाब सरकार ने 1822 मुलाजिमों की सेवाएं 30 सितंबर को खत्म करने का फैसला सुना दिया है। मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ. अवनीश कुमार ने कहा कि मांगों के हल के लिए मुलाजिमों साथ बैठक की गई है। जल्द ही कर्मियों की समस्याओं क समाधान करवा दिया जाएगा।
ओपीडी में इलाज कराने पहुंचे बिशन नगर के गुलजार सिंह ने कहा कि उन्हें दिल की बीमारी है। सोमवार सुबह जब वह जांच करवाने आए तो पता चला कि हड़ताल के कारण ओपीडी बंद है। इसलिए अब उन्हें फिर से आना पड़ेगा।
इसी तरह पातडां से पहुंची बसंती देवी ने कहा कि कान में समस्या के चलते चेकअप को आई थी। अब उन्हें बिना इलाज वापस जाना पड़ रहा है। इस तरह मुलाजिमों की हड़ताल से मरीजों को परेशान होना पड़ा।