Petrol-Diesel Excise Duty Cut: महंगाई की मार झेल रही देश की जनता को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने शनिवार को बड़ा एलान किया। केंद्र ने पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) आठ और डीजल पर छह रुपये कम कर दी। इसके बाद से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए।
राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित अन्य भाजपा नेताओं ने भी सीएम गहलोत पर निशाना साधा। राठौड़ ने कहा, दीपावली के बाद एक बार फिर पेट्रोल-डीजल और घरेलू गैस के सिलेंडर के दामों में कटौती कर मोदी सरकार ने देश की जनता को राहत दी है।
उन्होंने कहा, महंगाई को लेकर आए दिन आंदोलन के नाम पर नौटंकी करने वाली गहलोत सरकार को अगर वास्तव में जनता से वास्ता है तो पेट्रोल-डीजल पर तत्काल वैट कम करे। राठौड़ ने कहा, केंद्र सरकार पर अनर्गल बयानबाजी करने वाले मुख्यमंत्री गहलोत ने 5 जुलाई 2019 से अब तक चार बार पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाया है। गहलोत वैट कम करने का साहस जुटाकर महंगाई से जनता को राहत दें।
जनता को राहत दे राजस्थान सरकार
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल-डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क घटाने का निर्णय लेकर देश की जनता को बड़ी राहत दी है। इसके घटाने से अब देश में पेट्रोल 9.5 और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता मिलेगा। पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार केंद्र को कोसती रही है, जबकि केंद्र ने दो बार केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती की है। अब राज्य सरकार को भी उत्पाद शुल्क घटाकर जनता को राहत देनी चाहिए।
प्रदेश की जनता को राहत दे गहलोत सरकार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क घटाकर जनता को राहत दी है। वहीं, प्रदेश सरकार द्वारा वैट में कटौती नहीं करने के कारण देश में सबसे महंगा डीजल-पेट्रोल राजस्थान में मिल रहा है। केंद्र के खिलाफ झूठी और तथ्यहीन बयानबाजी बंद कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रदेश की जनता के हित में वैट कम कर बड़ी राहत देनी चाहिए।
विस्तार
Petrol-Diesel Excise Duty Cut: महंगाई की मार झेल रही देश की जनता को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने शनिवार को बड़ा एलान किया। केंद्र ने पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) आठ और डीजल पर छह रुपये कम कर दी। इसके बाद से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए।
राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित अन्य भाजपा नेताओं ने भी सीएम गहलोत पर निशाना साधा। राठौड़ ने कहा, दीपावली के बाद एक बार फिर पेट्रोल-डीजल और घरेलू गैस के सिलेंडर के दामों में कटौती कर मोदी सरकार ने देश की जनता को राहत दी है।
उन्होंने कहा, महंगाई को लेकर आए दिन आंदोलन के नाम पर नौटंकी करने वाली गहलोत सरकार को अगर वास्तव में जनता से वास्ता है तो पेट्रोल-डीजल पर तत्काल वैट कम करे। राठौड़ ने कहा, केंद्र सरकार पर अनर्गल बयानबाजी करने वाले मुख्यमंत्री गहलोत ने 5 जुलाई 2019 से अब तक चार बार पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाया है। गहलोत वैट कम करने का साहस जुटाकर महंगाई से जनता को राहत दें।
जनता को राहत दे राजस्थान सरकार
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल-डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क घटाने का निर्णय लेकर देश की जनता को बड़ी राहत दी है। इसके घटाने से अब देश में पेट्रोल 9.5 और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता मिलेगा। पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार केंद्र को कोसती रही है, जबकि केंद्र ने दो बार केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती की है। अब राज्य सरकार को भी उत्पाद शुल्क घटाकर जनता को राहत देनी चाहिए।
प्रदेश की जनता को राहत दे गहलोत सरकार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क घटाकर जनता को राहत दी है। वहीं, प्रदेश सरकार द्वारा वैट में कटौती नहीं करने के कारण देश में सबसे महंगा डीजल-पेट्रोल राजस्थान में मिल रहा है। केंद्र के खिलाफ झूठी और तथ्यहीन बयानबाजी बंद कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को प्रदेश की जनता के हित में वैट कम कर बड़ी राहत देनी चाहिए।